जहानाबाद:हम पार्टी के नेता एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्रीइस समय गरीब संपर्क यात्रा कर (Gareeb Sampark Yatra In Bihar) रहे हैं. इस यात्रा के दौरान वह जहानाबाद पहुंचे. जहां एक प्रेस वर्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गरीब संपर्क यात्रा का मुख्य उद्देश्य है कि गरीबों के लिए जो योजना चलाई जा रही है उसका लाभ मिल रहा है कि नहीं. उन्होंने कहा कि आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी गरीबों की स्थिति काफी दयनीय है. इसका मुख्य कारण है शिक्षा का अभाव.
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"शिक्षा के अभावके कारण लोग अपनी स्थिति नहीं सुधार रहे हैं. सरकारी विद्यालय की हालत ठीक नहीं है. जिसके कारण गरीबों के बच्चे को समुचित रूप से शिक्षा नहीं मिल पाती है. सरकार को कानून बनाना चाहिए की गरीब एवं अमीर के बच्चे सरकारी विद्यालय में पठन-पाठन करें. अमीर लोग बड़े-बड़े विद्यालय में अपने बच्चों को पढ़ा लेते हैं लेकिन गरीब के बच्चे सरकारी विद्यालय में पढ़ाई करते हैं. सरकारी विद्यालय की हालत ठीक नहीं है. जिसके कारण गरीबों की गरीबी दूर नहीं हो रही है."- जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम
गरीब संपर्क यात्रा :जब उनसे पूछा गया कि आपके मुख्यमंत्री समय एवं नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री समय में क्या अंतर है तो उन्होंने कहा कि अंतर कुछ तो नहीं है लेकिन जो काम हम करना चाहते थे, वह काम नहीं हो रहा है. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर गरीब संपर्क यात्रा निकाला गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सभी सरकारी संस्थाओं को निजीकरण कर रही है. इसलिए सरकारी सेवा में नौकरी समाप्त हो रही है. इसलिए प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण की व्यवस्था किया जाए जिसे गरीबों को नौकरी मिल सके और गरीबी दूर हो सके.
बिहार में जीतन राम मांझी संपर्क यात्रा पर हैं :पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपने शासनकाल में किए गए कार्यों को भी गिनाया और कहा कि थोड़े सही समय में हमने बहुत से कार्य किए हैं. उन्होंने कहा कि दशरथ मांझी के भारत रत्न दिलाने के लिए हम के कार्यकर्ताओं द्वारा संघर्ष किया जा रहा है. बिहार सरकार द्वारा भारत रत्न देने की अनुशंसा किया गया है लेकिन केंद्र सरकार नहीं दे रही है. इसलिए हम लोग इसके लिए संघर्ष जारी रखेंगे.