जहानाबाद: कोरोना महामारी के इस दौर में ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जिन्हें देख लगता है कि इंसान इतना निष्ठुर कैसे हो सकता है. एक ऐसी ही घटना बिहार के जहानाबाद में घटी है. यहां कोरोना के खौफ के चलते एक एम्बुलेंस ड्राइवर ने वृद्ध महिला का शव सड़क पर फेंक दिया और फरार हो गया. महिला की बेटी की चीख पुकार सुन आसपास के लोग जुटे, लेकिन तमाशबीन बने रहे. कोई मदद को आगे नहीं आया.
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शव सड़क पर रखकर भागा ड्राइवर
घटना बुधवार की है. अरवल मोड़ के समीप एक एम्बुलेंस आकर रुकी. ड्राइवर ने एक वृद्ध महिला के शव को निकाल कर सड़क पर रख दिया और एम्बुलेंस के साथ चलता बना. शुरुआत में तो लोगों को कुछ समझ नहीं आया, लेकिन उसके साथ एक युवती के चीखने-चिल्लाने पर वहां लोगों की भीड़ लग गई.
किसी ने नहीं की मदद
भीड़ तमाशबीन बनकर देखती रही. किसी ने मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाया. इसी बीच नगर थाने की पुलिस पहुंची और शव को सरकारी एम्बुलेंस से सदर अस्पताल पहुंचाया गया. मृतका की पहचान घोसी थाना क्षेत्र के भारथु निवासी दिनेश सिंह की पत्नी के रूप में हुई. ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार तबीयत खराब होने पर वह गांव से एक ऑटो रिजर्व कर इलाज के लिए जहानाबाद गई थी.
एम्बुलेंस में हुई थी महिला की मौत
जहानाबाद में कृष्ण महिला कॉलेज के समीप उसकी बेटी रहती है. मां के बुलावे पर बेटी आई थी. मृतका की बेटी ने बताया कि वह अपनी मां का सिटी स्कैन कराने सूर्या कॉम्पलेक्स गई थी. वहां से लौटने के क्रम में एम्बुलेंस में उसकी मां की तबियत काफी खराब हो गई और उन्होंने दम तोड़ दिया.
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