जमुई(झाझा): बिहार में कई विकास कार्यो को धरातल पर उतारा गया. लेकिन जमुई प्रखंड क्षेत्र के जामुखरेया पंचायत में जामुखरेया ग्रामीण मार्ग का आज तक जीणोद्धार नहीं हो पाया. जिसका खामियाजा ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है. आलम यह है कि बरसात के दिनों में ग्रामीण झाझा बाजार आने से कतराते हैं. ग्रामीणों के मुताबिक बारिश के दिनों आवागमन करने में काफी परेशानी होती है.
जमुई: सड़क निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों किया प्रदर्शन, कहा- रोड नहीं तो वोट नहीं
जमुई में सड़क निर्माण की मांग को लेकर जामुखरेया गांव में स्थानीय लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने कहा कि अगर इस साल सड़क का निर्माण नहीं हुआ तो वोट नहीं दिया जाएगा.
ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
ग्रामीणों ने बताया कि पूरी जमुई में हल्की सी बारिश से सड़क पर जलजमाव हो गया है. ग्रामीणों ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि इस बार 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का मन बना लिया है और इसको लेकर ग्रामीण ने प्रदर्शन भी किया. उन्होंने कहा कि सड़क की हालत ऐसी है कि बाइक चालना तो छोड़िए पैदल चलना में भी काफी परेशानी हो रही है. ऐसे में आए दिन लोग सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे है. कई बार ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला प्रशासन से मरम्मती की गुहार भी लगाई. लेकिन इसके बाद भी किसी भी अधिकारी ने सड़क की मरम्मती की सुध लेने नहीं पहुंचे. जिसकी वजह से ग्रामीण काफी परेशान हैं.
सड़क निर्माण नहीं होने से ग्रामीण परेशान
ग्रामीण मुन्ना सिंह ने कहा कि निर्माण नहीं होने से सड़क और भी दयनीय स्थिति में तब्दील होता जा रहा है. इस साल कोरोना काल होने के कारण शिक्षण संस्थान बंद है. जिसके कारण इस क्षेत्र के बच्चे शिक्षण संस्थान नहीं जा रहे हैं. लेकिन यह पहली बार नहीं है बल्कि बीते पिछले साल से सड़क कीचड़मय बने रहने के कारण भी बच्चे झाझा शहरी क्षेत्र में शिक्षण संस्थान नहीं जा सके. वहीं, गांव में कोई बीमार पड़ जाये तो बड़ी मुश्किल से गाड़ी को इस रास्ते से गुजराना पड़ता है. ग्रामीणों ने बताया कि कई बार सड़क निर्माण की मांग जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला प्रशासन से की गई. लेकिन अभी तक सड़क का जीणोद्धार नहीं हो पाया है.