जमुई: भाकपा माले के ट्रेड यूनियन ऑल इंडिया सेन्ट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (एक्टू) की ओर से फोर कोड बिल के विरोध में चकाई में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया. जिले के भाकपा माले कार्यालय से ट्रेड यूनियनों के कार्यकर्ताओं ने जूलूस निकाल कर नारेबाजी करते हुए चकाई मुख्य चौक पर फोर कोड बिल की प्रतियां भी जलाई.
जलाई गईं श्रमिकों के लिए बने कोड बिल की प्रतियां, ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
भाकपा माले के ट्रेड यूनियन ऑल इंडिया सेन्ट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (एक्टू) की ओर से फोर कोड बिल के विरोध में चकाई में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया.
जूलूस के बाद एक सभा का भी आयोजन किया गया. सभा की अध्यक्षता खेग्रामस के राष्ट्रीय पार्षद कामरेड कालू मरांडी ने की. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाकपा माले के प्रखंड सचिव मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि मोदी सरकार एक-एक कर मजदूरों के सभी कानूनों को खत्म कर देने पर अमादा है. उन्होंने कहा कि फोर कोड बिल मजदूरों को गुलाम बनाने का अध्यादेश है.
मजदूरों से लिया जा रहा 12 घंटे काम
मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि एक तरफ पूरे देश की सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर मजदूरों का कार्य दिवस 12 घंटे तय किया जा रहा है. अंग्रेजी हुकूमत के समय भी मजदूरों की कार्य अवधि 8 घंटे ही था. कार्यक्रम में खेग्रामस के राज्य पार्षद मोहम्मद सलीम अंसारी, संजय राय, शिवन राय, गोविंद मंडल, धनेशवर यादव, राधे साह, रुपन साह, बासुदेव हांसदा, राजकिशोर किसकू, वकील पंडित, नारायण पंडित, लटटू पंडित समेत बड़ी संख्या में मजदूर मौजूद थे.