जमुईःजमुई में सैकड़ों टोटो चालकों ने नगर परिषद कार्यालय का घंटों घेराव किया. कार्यपालक पदाधिकारी को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा. मौके पर टोटो चालकों ने अपना दुख व्यक्त किया. कहा, 'कमाएं क्या, बचाएं क्या, खाएं क्या, मजदूरी भी नहीं बचती. नौकरी रोजगार है नहीं. 12 घंटे सड़क पर टोटो चलाते हैं. तब जाकर कहीं अपना और परिवार का पेट भरते हैं. टोटो मालिक मालिक को किराए का 300 से 400 देने के बाद 200 बचाना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में 10 रुपया प्रत्येक ट्रिप शहर के मात्र दो से तीन किलोमीटर के दायरे में छह से सात स्टैंड पर टैक्स ही दे देंगे तो बचेगा क्या.'
यह भी पढ़ें- 'पश्चिम बंगाल चुनाव' में नीतीश डटे पर 'प्रचार' से क्यों हटे ?
वसूली बदस्तूर जारी
न वाहनों के लिए पड़ाव, न ही यात्रियों के लिए धूप बारिश से बचने के लिए यात्री शेड और न ही नल का जल और शौचालय की व्यवस्था है. लेकिन वसूली बदस्तूर जारी है. परेशान सैकड़ों टोटो चालकों ने जमुई नगर परिषद कार्यालय का घंटों घेराव किया. फिर टोटो चालकों ने कार्यपालक पदाधिकारी अजीत कुमार से मिलकर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा. साथ ही अल्टीमेटम भी दे दिया कि जल्द उनकी मांगे पूरी करें. वरना टोटो चलाना छोड़कर धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे. ऐसे भी काम रोजगार कुछ है नहीं.
ठोस कदम उठाया जाएगा
मामले पर कार्यपालक पदाधिकारी अजीत कुमार ने कहा, 'नए वित्तीय वर्ष में सौरात बंदोबस्ती का डाक हुआ है. इसके लिए शुल्क का निर्धारण किया गया है. टोटो चालकों की समस्या को लेकर अगल-बगल के जिले लखीसराय, शेखपुरा यूएलबी से बात करेंगे. वहां क्या शुल्क का निर्धारण किया गया है, पता करेंगे. साथ ही बोर्ड की सहमति लेकर इस दिशा में कुछ ठोस नियमानुकूल निर्णय लिया जाएगा.