जमुई:बिहार सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ (Bihar State Elementary Teachers Association) के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू के आह्वान पर जिले के नियोजित शिक्षकों ने मुख्यालय स्थित अम्बेडकर प्रतिमा के सामने बोरा बेचा (Teachers sold sacks). दरअसल, शिक्षक मध्याह्न भोजन योजना (Mid Day Meal), बिहार के निदेशक की कार्रवाई से परेशान हैं. उस अधिकारी ने पत्र लिखकर मध्याह्न भोजन योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2014-15 व 2015-16 में प्राप्त चावल के बोरों को बेचकर 10 रुपये प्रति बोरा राशि जमा करने का निर्देश दिया था.
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इस निर्देश के अनुपालन के लिए कटिहार जिले के कदवा के कांताडीह के प्रभारी प्रधानाध्यपक मो. तमिजुद्दीन ने घूम-घूम कर बोरा बेचना शुरू किया था. उस शिक्षक के बोरा बेचने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया था. इसके बाद विशेष सचिव, शिक्षा विभाग सह निदेशक मध्याह्न भोजन योजना ने विभाग की छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. आखिरकार तमिजुद्दीन को निलंबित कर दिया गया था.
उसी काे लेकर शिक्षक आंदोलित हैं तथा विभाग पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि कार्रवाई ऐसे आदेश देने वाले पदाधिकारी पर होनी चाहिए. इसे लेकर शिक्षकों ने अम्बेडकर चौक पर सोमवार को बोरा बेचा. इसका नेतृत्व जिला कार्यकारी अध्यक्ष नवल किशोर यादव व सचिव जवाहर प्रसाद यादव ने किया.
सचिव ने कहा कि जब तक मो. तमिजुद्दीन का निलंबन तथा बोरा बेचने का आदेश वापस नहीं लिया जाता, तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा. चाहे हम शिक्षकों को सड़क पर उतरना क्यों नहीं पड़े. मौके पर जिला महासचिव मनोज कुमार यादव, जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र दास, शिक्षा सेवक प्रदेश महासचिव नीतेश्वर आजाद, प्रखंडों के अध्यक्ष विनय कुमार दास, धीरज कुमार, उदय कुमार, राजकुमार यादव, उपेन्द्र यादव, चन्द्रमोहन प्रसाद, प्रेमदास, प्रमोद दास, समेत दर्जनों शिक्षक मौजूद थे.
यहां बता दें कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग (Education Department) के आदेश के विरोध में बोरा बेचने वाले कटिहार के शिक्षक पर कार्रवाई की गई थी. मध्यान्ह भोजन योजना समिति (MDM Program) ने शिक्षा विभाग की छवि को धूमिल करने और इस प्रदर्शन को नियमावली के खिलाफ बताकर कार्रवाई की अनुशंसा की थी. जिसके बाद उस शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है.