जमुई:एलजेपी में टूट के बाद कार्यकर्ता भी सीधे-सीधे दो धड़ों में बंट गए हैं. पशुपति पारस (Pashupati Paras) के समर्थकों में जहां खुशी का माहौल है, वहीं चिराग पासवान (Chirag Paswan) के समर्थकों में जबर्दस्त गुस्सा है. यही वजह है कि जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है. यहां भी बुधवार को बड़ी संख्या में एलजेपी (LJP) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और पशुपति पारस का पुतला फूंका.
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बागियों को बताया 'गद्दार'
लगातार हो रही बारिश के बीच बड़ी संख्या में एलजेपी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. सड़क पर निकलकर मार्च करते हुऐ शहर के कचहरी चौक पर अंबेडकर मूर्ति स्थल के सामने इकट्ठा हुए. जहां पशुपति पारस और अन्य बागी सांसदों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. चिराग समर्थकों ने बागियों को गद्दार बताया.
चिराग समर्थकों का प्रदर्शन पारस का पुतला फूंका
इस दौरान चिराग समर्थकों में जबर्दस्त आक्रोश दिखा. इन लोगों ने पशुपतिनाथ पारस का पुतला फूंका और 'गद्दार चाचा, दुश्मन भाई शर्म करो' हाय-हाय मुर्दाबाद और चिराग पासवान जिंदाबाद के नारे लगाए.
'चिराग के साथ सभी कार्यकर्ता'
प्रदर्शन कर चिराग पासवान के समर्थकों ने दावा किया कि जिले और प्रदेश का एक-एक आम कार्यकर्ता उनके साथ हैं. जिला अध्यक्ष जीवन सिंह ने कहा, 'केवल जमुई इकाई ही नहीं, देश में प्रदेश में भी कार्यकर्ता और जनता लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जी के साथ हैं'.
'गद्दारों' को मिलेगा जवाब
चिराग समर्थकों का आरोप है कि पांचों सांसदों ने गद्दारी करते हुए रामविलास पासवान 'झोपड़ी' में आग लगाने की कोशिश की है. इससे कार्यकर्ता ही नहीं, आम जनता भी काफी दुखी है. आने वाले दिनों में इन बागियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
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5 सांसदों ने चिराग का साथ छोड़ा
आपको बताएं कि 6 सांसदों वाली एलजेपी में बड़ी टूट हुई है. चिराग पासवान को छोड़कर सभी 5 सांसदों ने अलग गुट बना लिया है. इनमें पशुपति पारस, प्रिंस राज, वीणा देवी, चंदन कुमार सिंह और महबूब अली कैसर हैं. इनकी मांग पर लोकसभा अध्यक्ष ने पशुपति को संसदीय दल के नेता के तौर पर मान्यता दे दी है. अब पार्टी अध्यक्ष पर भी पशुपति की ओर से दावेदारी की गई है.