शैलेश ने पेरिस में आयोजित वर्ल्ड पारा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीता. जमुईः बिहार के जमुई जिले के शैलेश ने पेरिस में आयोजित वर्ल्ड पारा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीतकर जिले वासियों का मान बढ़ाया है. शैलेश ने देश के साथ बिहार को भी गौरान्वित किया है. शैलेश ने टी 63 कैटेगरी के हाई जम्प कम्पटीशन में यह पदक जीतकर पेरिस में तिरंगा लहराया है. शैलेश ने युवा खिलाड़ियों को संदेश दिया कि वे पूरी लगन और कड़ी मेहनत से खेल की तैयारी करें, सफलता जरूर मिलेगी.
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शैलेश ने पेरिस में आयोजित वर्ल्ड पारा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीता. "पहले केवल शौक के लिऐ ही खेलते थे लेकिन जब पैरा स्पोट्स के बारे में पता चला, जाना, समझा फिर मैंने अपने करियर के लिए इस खेल को चुन लिया. फिर ट्रेनिंग की, हार्डवर्क किया. बचपन से ही मेरी रूची खिलाड़ी बनने की थी. स्पोट्स में जाना है फिर तैयारी की और सबकुछ अच्छा लगने लगा."- शैलेश, सिल्वर पदक विजेता, पैरालिंपियन
दिव्यांग होने के कारण भेदभाव ना करेंः शैलेश ने उसकी मां और पिताजी उसे बचपन से ही सपोर्ट किया करते थे. दिव्यांग होने के कारण कभी भी भेदभाव नहीं किया. शैलेश ने अन्य जो भी दिव्यांग जन है उनके माता पिता से अनुरोध किया है कि खेल में या फिर पढ़ाई में, जिसमें भी उनके बच्चे की रुचि हो उसमें सपोर्ट करना चाहिए. अपने बच्चे पर विश्वास करना चाहिए. बच्चे अपने माता-पिता के भरोसे पर खरा उतरा उनका मान सम्मान बढ़ाएंगे. जिला, राज्य और देश का नाम रोशन करेंगे.
शैलेश ने पेरिस में आयोजित वर्ल्ड पारा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीता. सरकार चला रही स्कीमः शैलेश ने कहा जिलेवासी इसी प्रकार अपना स्नेह मुझपर बनाऐ रखे ताकि में अधिक मेहनत कर कामयाब हो सकूं. शैलेश ने बताया कि पेरिस में 8 जुलाई से 17 जुलाई तक प्रतियोगिता हुई थी. उसने सिल्वर मेडल मिलने का श्रेय अपने माता-पिता, कोच को दिया है. उसने बताया कि यह मेरा नहीं बल्कि पूरे इंडिया का मेडल है. उसने कहा कि खिलाड़ियों के लिए सरकार कई स्कीम चला रही है.