गोपालगंज:जहां एक ओर रेल प्रशासन की ओर से कई स्टेशनों को मॉडल स्टेशन बनाने का काम जोर-शोर से चल रहा है. वहीं, जिले के सासामुसा रेलवे स्टेशन पर यात्री आज भी मूलभूत सुविधाओं से महरूम है. इस रेलवे स्टेशन पर यात्री एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार करते हैं, जो हादसे को आमंत्रण देता है.
'अंधेरे में डूबा रहता है स्टेशन'
एक स्थानीय रेल यात्री ने बताया कि हम इस स्टेशन से लगभग प्रतिदिन यात्रा करते हैं, यहां आज तक एक फुट ओवरब्रिज का निर्माण नहीं हो सका. जिस वजह से यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए रेलवे ट्रैक पार करना पड़ता है. स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है. शौचालय की बात तो दूर है, इस स्टेशन पर पर्याप्त पेयजल और लाइट की व्यवस्था भी नहीं है. रात होते ही स्टेशन परिसर अंधेरे में डूब जाता है. हालांकि, यहां पर बिजली की पर्याप्त व्यवस्था है, लेकिन फिर भी यह नहीं जलती है. उन्होंने बताया कि इस रेलवे स्टेशन से रेलवे को भारी-भरकम राजस्व की प्राप्ति होती है, लेकिन यात्री सुविधाओं की ओर रेल प्रशासन का ध्यान नहीं जाता है.
सासामुसा रेलवे स्टेशन, गोपालगंज रेलखंड पर ट्रेनों का अभाव
बताया जाता है कि इस सासामुसा रेलवे स्टेशन रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन भी कम ही होता है. जिस वजह से स्थानीय ग्रामीण जानकारी के अभाव में घंटों बैठकर ट्रेन का इंतजार करते रहते हैं. स्टेशन से लखनऊ, गोरखपुर, सिवान, छपरा समेत कई जगहों के लिए यात्री सफर करने के लिए आते हैं, लेकिन स्टेशन पर सुविधाओं का अभाव देखकर वे सरकार को कोसने से नहीं चुकते.
रेलवे ट्रैक कर पार करते यात्री बरसात के दिनों में होती है परेशानी
सासामुसा रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं का आलम ये है कि यहां न पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था है और ना ही शौचालय की. यात्रियों को बैठने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है. स्टेशन परिसर में सेड की व्यवस्था भी नहीं है. जिस वजह से बरसात और गर्मी के दिनों में यात्रियों को काफी परेशानी होती है.
अधिकारियों को करा दिया है अवगत- स्टेशन प्रबंधक
इस मामले पर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने सासामुसा रेलवे स्टेशन के प्रबंधक रमाशंकर राम से बात की तो उन्होंने बताया कि स्टेशन परिसर में सुविधाओं का अभाव है. इस मामले पर रेल प्रशासन के आलाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. जल्द ही स्टेशन पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी.