बिहार

bihar

ETV Bharat / state

RJD विधायक का आरोप- सात निश्चय योजना में हो रहा करोड़ों का घोटाला, अविलंब की जाए जांच

विधायक विजय प्रकाश जमुई में सात निश्चय योजना के तहत हो रहे कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने गड़बड़ी पाकर डबल इंजन की सरकार को जमकर घेरा.

निर्माणकार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे आरजेडी नेता
निर्माणकार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे आरजेडी नेता

By

Published : Jun 7, 2020, 12:37 PM IST

जमुई:मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हो रहे कार्यों के निरीक्षण के लिए जमुई विधायक और राजद नेता विजय प्रकाश लखनपुर गांव के वार्ड नंबर-4 में पहुंचे. इस दौरान उन्हें बिहार सरकार पर करोड़ों का घोटाला करने का आरोप लगाया. घटिया क्वॉलिटी का सामान प्रयोग होता देख आरजेडी विधायक बीडीओ और पंचायत सचिव पर बिफर पड़े.

देखें पूरी रिपोर्ट

आरजेडी विधायक विजय प्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में 24 हजार करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ी हुई है. सरकार आम जनता को गुमहार कर अपना पॉकेट भरने में लगी हुई है. उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की जल्द से जल्द जांच होनी चाहिए और जो भी इसमें दोषी हैं उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. आरजेडी विधायक ने नेताओं पर अधिकारियों से सांठ-गांठ का आरोप लगाया है.

निर्माणकार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे आरजेडी नेता

हाथ से टूट रही ईंट
दरअसल, आरजेडी विधायक ने निरीक्षण के दौरान निर्माणकार्य में इस्तेमाल हो रही ईंट को उठाया तो ईंट हाथ से टूट गई. ईंट मिट्टी की तरह गिरने लगी. इसके बाद आरजेडी विधायक आग बबूला हो गए. उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी और पंचायत सचिव को तत्काल बुलाया और जमकर क्लास लगाई. जिसके बाद बीडीओ और पंचायत सचिव ने भी माना कि निर्माणकार्य में इस्तेमाल हो रही सामग्री की क्वॉलिटी मानक के अनुसार नहीं है.

राजद नेता विजय प्रकाश ने लगाया घोटाले का आरोप

'योजना के नाम पर प्रदेशभर में मची है लूट'
मौके पर आरजेडी विधायक विजय प्रकाश ने कहा कि बिहार सरकार की योजनाएं और उनका काम सभी के सामने आ गया है. नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की डबल इंजन की सरकार में यही सब हो रहा है. नीतीश के न्याय के साथ विकास वाले बिहार में चारों तरफ लूट मची है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि अविलंब जमुई जिला में सात निश्चय योजना के अंतर्गत चल रहे कार्यों को बंद किया जाए और पूरे मामले की जांच की जाए. अगर जांच नहीं की जाती है तो यह साफ है कि घोटाले में पदाधिकारियों के साथ-साथ अफसर, आलाअधिकारी और सरकार भी शामिल है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details