जमुई: सदर अस्पताल स्थित विशेष नवजात शिशु केंद्र में शनिवार को एक नवजात की मौत हो गई. इससे नाराज परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. खैरा बाजार निवासी परिजन विजय कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि बीते 6 मई को भतीजी नंदा देवी ने प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नवजात को जन्म दिया था. इसके बाद 8 मई को एसएनसीयू में भर्ती कराया गया था. डॉक्टर ने सही समय पर बच्चे का इलाज नहीं किया इसी वजह से उसकी मौत हो गई.
नवजात की मौत के बाद परिजनों का फूटा गुस्सा, डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
परिजनों ने बताया कि 9 मई की सुबह यानि शनिवार को सदर अस्पताल में ही बच्चे की मां ने उसे अपना दूध पिलाया. लेकिन दोपहर होने के बाद स्वास्थ्य कर्मी ने जानकारी दी कि आपका बच्चा अब इस दुनिया में नहीं है.
चिकित्सा में लापरवाही का आरोप
कहा जा रहा है कि दरअसल जन्म के समय से ही बच्चे को दूध पीने में तकलीफ थी, इसलिए चिकित्सक ने इलाज के लिए अस्पताल स्थित विशेष शिशु नवजात केंद्र में चिकित्सीय परामर्श लेने की सलाह दी गई थी. उसके अनुसार ही 8 मई की शाम करीब 7 बजे अपने नवजात को लेकर एसएनसीयू में भर्ती कराया. परिजनों का आरोप है कि करीब 5 घंटे बीत जाने के बाद भी किसी डॉक्टर ने उसे देखना मुनासिब नहीं समझा. बाद में परिजनों ने अस्पताल के वरीय पदाधिकारी को जानकारी दी, तब जाकर चिकित्सक डॉ संजय कुमार ने बच्चे का चेकअप कर बताया कि इसे जॉंडिस के अलावा दूसरी परेशानी है. इसे स्वस्थ होने में कुछ समय लग सकता है.
परिजनों ने अस्पताल परिसर में किया हंगामा
परिजनों ने बताया कि 9 मई की सुबह यानि शनिवार को बच्चे की मां ने उसे अपना दूध पिलाया. लेकिन दोपहर होने के बाद स्वास्थ्य कर्मी ने जानकारी दी कि आपका बच्चा अब इस दुनिया में नहीं है. बच्चे की मौत के बाद मां ने कहा कि चिकित्सक की लापरवाही की वजह से मेरे बच्चे की मौत हो गई. अगर समय से बच्चे का इलाज होता तो आज वो इस तरह छोड़कर नहीं जाता. वहीं आक्रोशित परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. हंगामे के बाद परिसर में भारी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात कर दिया गया है ताकि किसी प्रकार का कोई नुकसान ना हो.