जमुई: जिला पुलिस बल ने चंद्रमंडी थाना क्षेत्र से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. इसके विरोध में सैकड़ों आदिवासी ग्रामीणों ने जमुई-चकाई सड़क को जाम कर दिया. विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि पुलिस नक्सली के नाम पर निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों को पकड़ रही है.
जमुई: जब पारंपरिक हथियारों के साथ सड़क पर उतर गए आदिवासी - tribal community in jamui
जमुई के चंद्रमंडी थाना क्षेत्र में सैकड़ों आदिवासी ग्रामीणों ने पारंपरिक हथियार के साथ जमुई-चकाई मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. जाम की वजह से घंटों यातायात ठप रहा. विरोध-पर्दशन कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि जिला पुलिस आदिवासियों का उत्पीड़न कर रही है. पुलिस नक्सली के नाम पर निर्दोष लोगों को जेल में बंद कर रही है.
एकसाथ जुटे दर्जनों गांव के आदिवासी
जिला प्रशासन के खिलाफ दर्जनों गांव के आदिवासी एकसाथ जुटे. मौके पर लोहसिंधना, बामदह, केलुवाडीह, बंदरबंगुहा, बाछापठार, सपहा, बेन्द्रा, सिजुआ, ताराखार, कुडुवा, बरमसिया, फिटकुरिया, कारीजहाल, जोगियातरी, पिपरा, चंदोसोल, सतपोखरा आदि गांवों के सैंकड़ों आदिवासी महिला-पुरूष ढ़ोल नगाड़े और पारंपरिक हथियारों के साथ सड़क पर उतर आए. मौके पर सैकड़ों की संख्या में आदिवासी घंटों जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.
क्या है मामला?
दरअसल, जिला पुलिस ने बिहार-झारखंड बॉडर के पास दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद गिरफ्तार नक्सली की निशानदेही पर पुलिस ने चंद्रमंडी थाना क्षेत्र के छेड़ा पत्थर गांव से सुनील हांसदा नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. जिसके विरोध में ग्रामीण सड़क पर उतर आए. ग्रमीणों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस आदिवासीयों का उत्पीड़न कर रही है. पुलिस नक्सली के नाम पर निर्दोष आदिवासियों को गिरफ्तार कर रही है. वहीं, इस मामले पर जिला पुलिस फिलहाल कुछ भी बोलने से बच रही है.