बिहार

bihar

ETV Bharat / state

जमुई सदर अस्पताल बना दलालों का अड्डा, अल्ट्रासाउंड नहीं कराया तो बिचौलियों ने गर्भवतियों को पीटा

जमुई में दो गर्भवती महिलाओं को पीटने का (Pregnant Women Beating in Jamui) मामला सामने आया है. दरअसल जमुई सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंची दोनों महिलाओं ने बिचौलिए के जरिए अल्ट्रासाउंड कराने से मना कर दिया. जिससे नाराज आशा कार्यकर्ता और बिचौलिए ने दोनों गर्भवती महिला की पिटाई कर दी. पढ़ें पूरी खबर...

सदर अस्पताल में गर्भवती महिला की पिटाई
सदर अस्पताल में गर्भवती महिला की पिटाई

By

Published : Jun 14, 2022, 8:05 PM IST

जमुई:बिहार के जमुई सदर अस्पताल (Jamui Sadar Hospital) में अल्ट्रासाउंड करवाने से मना करने पर दबंग आशा कार्यकर्ता और एक अन्य महिला बिचौलिया ने दो गर्भवती महिलाओं को पीट दिया. इस घटना में दोनों महिला घायल हो गईं. जिनको इमरजेंसी वार्ड में ले जाकर इलाज किया गया. घायल गर्भवती महिला में एक गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के कुंधूर गांव निवासी सूरज कुमार की पत्नी बसंती देवी बताई जा रही है. जबकि दूसरी महिला सोनो प्रखंड के तिलकपुर निवासी रोहित कुमार की पत्नी ललिता कुमारी बताई जा रही हैं.

ये भी पढ़ें-लापरवाही: जमुई सदर अस्पताल के पोर्टिको में तड़पती रही गर्भवती महिला, ई-रिक्शे पर दिया बच्चे को जन्म

गर्भवती महिलाओं की पिटाई:मिली जानकारी के अनुसारदोनों गर्भवती महिला इलाज के लिए मंगलवार को सदर अस्पताल पहुंची थी. जहां लाइन लगाकर वो महिला चिकित्सक से जांच कराई, डाक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी. इसके बाद डाक्टर कक्ष से दोनों महिला बाहर निकली तो वहां मौजूद एक महिला बिचौलिया मुन्नी देवी और अमारी गांव की रहने वाली आशा कार्यकर्ता मनोरमा देवी ने साथ चलकर दोनों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहा. लेकिन दोनों महिलाओं ने उनके साथ अल्ट्रासाउंड कराने से मना कर दिया.

सरकारी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने पर मारपीट:दोनों महिला बाद में अपने रिश्तेदार के साथ खुद अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंच गई. अल्ट्रासाउंड कराकर जब वह रिपोर्ट दिखाने के लिए महिला ओपीडी कक्ष के पास पहुंची, तो वहां, पहले से मौजूद आशा कार्यकर्ता मनोरमा देवी और मुन्नी देवी ने दोनों गर्भवती महिला के साथ मारपीट की. पीड़िता ने बताया कि दोनों ने उसके पेट में भी मारा. जिससे दोनों घायल हो गईं. दोनों घायलों को इमरजेंसी वार्ड में ले जाकर इलाज कराया गया. गौरतलब है कि सदर अस्पताल के आसपास महिला दलाल और अन्य दलालों का जमावड़ा रहता है. यहां इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों को निजी क्लीनिक अथवा निजी अल्ट्रासाउंड लैब ले जाकर उनसे मोटी रकम वसूलते हैं. इससे उनको मोटा कमीशन मिलता है.

'घटना की जानकारी मिली है. अस्पताल प्रभारी उपाधीक्षक को पूरी घटना क्रम की जानकारी दे दी गई है. पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है. यदि जांच में आशा कार्यकर्ता सहित अन्य दोषी पाए जाते हैं तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.'- रमेश पांडेय, अस्पताल प्रबंधक

ये भी पढ़ें-जमुई सदर अस्पताल में कुव्यवस्था देख भड़के चिराग पासवान, बोले- स्वास्थ्य मंत्री से करूंगा बात

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP

ABOUT THE AUTHOR

...view details