जमुई:झाझा थाना क्षेत्र के एक निजी क्लिनिक में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई. अचानक महिला की मौत से भड़के परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. इसके बाद घटनास्थल से डॉक्टर और कर्मी फरार हो गए. बताया जा रहा है कि महिला की मौत से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.
सूई देने के बाद ही बिगड़ी महिला की हालत
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि हथिया पंचायत के अंबा गांव की 28 वर्षीय मुन्नी देवी 3 महीने की गर्भवती थी. वो सुबह अपनी डीएनसी करवाने डॉक्टर कुमार विनोद की क्लीनिक में पहुंची.उस दौरान डाक्टर कुमार क्लीनिक में नहीं थे, लेकिन वहीं के आभा मेडिकल के महेश कुमार ने मरीज को डॉ विनोद कुमार की क्लिनिक में एडमिट करवा दिया. इसके बाद डॉक्टर श्रुति सिंह ने मुन्नी देवी को बेहोशी की सूई दी. कहा जा रहा है कि सूई देने के बाद ही मरीज मुन्नी देवी कि हालत बिगड़ने लगी और फिर उसकी मौत हो गयी.
महिला की मौत पर रोते-बिलखते परिजन पुलिस ने दिया जांच का भरोसा
सूत्रों का कहना है कि आभा मेडिकल वाले सीधे साधे मरीजों को बहला-फुसलाकर डॉ कुमार विनोद के क्लीनिक में भर्ती करवा देते हैं जिसने इन्हें मोटा कमीशन मिलता है.आरोप ये भी है कि परिजनों के हंगामा करने पर डॉक्टर श्रुति सिंह उनपर हाथ उठा दिया और अभद्र व्यवहार भी किया. घटना की सूचना झाझा थाना को दी गई. इसके बाद मौके पर पहुंचे एसआई बब्बल सिंह से परिजनों ने डॉक्टर पर कार्रवाई करने की मांग की. पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया और जांच में जुट गई है.
अपने पीछे दो बेटियों को छोड़ गई हैं मुन्नी देवी
मृतका मुन्नी देवी अपने पीछे दो बेटियों को छोड़ गई हैं. एक की उम्र 9 साल और दूसरे की उम्र 3 साल है. घटना के बारे में परिजन मिथिलेश यादव ने बताया कि उन्होंने अपनी भाभी को डीएनसी करवाने के लिए डॉ विनोद कुमार के यहां एडमिट करवाया था. डॉक्टर ने 10 हजार रुपये भी जमा करने को कहा था. लेकिन डॉक्टर की लापरवाही के कारण मुन्नी देवी की मौत हो गई. इसके बाद वहां मौजूद कंपाउंडर और डॉक्टर दोनों ही क्लीनिक से रफूचक्कर हो गए.