जमुई: पुलिसिया रौब से परेशान होकर बुधवार को सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी ने अस्पताल उपाधीक्षक कार्यालय के पास घंटों हंगामा किया. इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लेकर सरकार के लॉक डाउन का कुछ पुलिस वाले बेजा फायदा उठा रहे हैं.
जमुई: सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी के साथ पुलिस की बदसलूकी, सहकर्मियों ने किया हंगामा - lockdown
सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी संतोष कुमार चौरसिया को ड्यूटी पर आते वक्त थाना चौक के पास कुछ पुलिसवालों ने रोक लिया. स्वास्थ्य कर्मी ने अस्पताल का आई कार्ड भी दिखाया लेकिन पुलिस ने उसकी कोई बात नही मानी. आरोप है कि पुलिस ने उसके साथ मारपीट और गाली गलौज की. साथ ही उसकी बाइक छीन कर थाना परिसर ले गई.
स्वास्थ्य कर्मी के साथ पुलिस ने की बदसलूकी
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी संतोष कुमार चौरसिया को ड्यूटी पर आते वक्त थाना चौक के पास कुछ पुलिसवालों ने उसे रोक लिया. स्वास्थ्य कर्मी ने अस्पताल का आई-कार्ड भी दिखाया, लेकिन पुलिस ने उसकी कोई बात नहीं मानी. आरोप है कि पुलिस ने उसके साथ मारपीट और गाली गलौज की. साथ ही उसकी बाइक छीन कर थाना परिसर ले गए. घटना की जानकारी मिलने पर अस्पताल में कार्यरत दूसरे स्वास्थ्य कर्मी आक्रोशित हो गए. दर्जनों की संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों ने सदर अस्पताल परिसर में पोषण पुनर्वास केंद्र के पास डीएस कार्यालय के बाहर घंटों हंगामा किया. इससे अस्पताल का काम बाधित हो गया, जो 10 बजे के बाद से शुरू हो पाया.
अस्पताल उपाधीक्षक की कोशिशों से स्वास्थ्य कर्मी को मिली राहत
बाद में घटना की जानकारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. नौशाद अहमद को दी गई. उनकी कोशिशों से स्वास्थ्य कर्मी संतोष कुमार की बाइक को थाना परिसर से छोड़ा गया और अस्पताल का कार्य नियमित रूप से चालू हो पाया. हंगामा कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि इसके पहले भी पुलिसकर्मी संतोष को बेवजह परेशान कर चुके हैं. पुलिसवाले उन जैसे लोगों को यू ही तंग करेंगे तो इसका सीधा असर स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ेगा. उन सभी लोगों ने दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की.