जमुई : बिहार के पूर्णिया में डॉक्टर के साथ क्लीनिक में घुसकर मारपीट व तोड़फोड़ की घटना के बाद आईएमए के निर्देश पर सूबे के सभी निजी व सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक मंगलवार कोहड़ताल पर चले गए. इसका असर जमुई में भी दिखा. यहां सदर अस्पताल व अन्य जगहों पर इलाज कराने आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
ओपीडी बाधित रहने से मरीजों को हुई परेशानी :गौरतलब है कि 17 नवंबर को पूर्णिया के चिकित्सक के साथ उसके क्लीनिक में घुसकर मारपीट व तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया था. इसी के विरोध में आईएमए के निर्देश पर जिले के सभी डॉक्टरों ने निजी व सरकारी अस्पताल के ओपीडी सेवा को बाधित कर दी. ओपीडी सेवा बाधित रहने से सदर अस्पताल पहुंचे मरीज को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
मरीजों को अस्पताल से लौटना पड़ा वापस : लयपुर के रहने वाले अजय कुमार तांती को बीते दस दिनों से काफी तेज बुखार था. वह डाॅक्टर को दिखाने के लिए पहुंचा था. लेकिन कोई उसका इलाज करने को तैयार नहीं था. अजय ने कहा कि"मेरी तबीयत काफी खराब है. मेरा बुखार नहीं उतर रहा है. यहां कोई इलाज करने के लिए तैयार नहीं है. मुझे सिर्फ अपना इलाज करवाना है. मुझे काफी परेशानी हो रही है." अजय के तरह की अन्य जगहों से भी मरीज सदर अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन डॉक्टर के हड़ताल पर रहने के कारण उन्हें बिना इलाज कराए ही लौटना पड़ा.