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जमुई में मुखिया से नक्सलियों ने मांगी 10 लाख की लेवी, 4 बाइक्स की भी की डिमांड - Etv Bharat News

जमुई में नक्सलियों ने एक मुखिया को चिट्ठी देकर उससे 10 लाख रुपए लेवी की मांग (Naxalites demand levy From Mukhiya in Jamui) की है. चिट्ठी में नक्सली संगठन के फंड में दस लाख रुपये और चार बाइक जमा करने के लिए कहा गया है. मामला बेंगाबाद थाना क्षेत्र के गाढ़ों का है. पूरा परिवार दहशत में है. पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है पढ़ें पूरी खबर..

जमुई में मुखिया से नक्सलियों ने मांगी 10 लाख की लेवी
जमुई में मुखिया से नक्सलियों ने मांगी 10 लाख की लेवी

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Published : Dec 27, 2022, 7:13 PM IST

जमुई:बिहार के जमुई में इन दिनों नक्सली गतिविधियां तेज (Naxalite activities intensified in Jamui) हो गयी है. नक्सली संगठन को मजबूती के लिए फंड जुटाने में लगे हैं. इसी क्रम में नक्सलियों ने चकाई थाना क्षेत्र अंतर्गत दुलमपुर पंचायत के मुखिया दिनेश यादव को चिट्ठी के माध्यम से लेवी की मांग (Naxalite demand levy in Jamui) की है. चिट्ठी भाकपा माओवादी लिखी पैड पर लिखी गयी है. दुलमपुर मुखिया से चिट्ठी देकर 10 लाख रुपया की लेवी की मांग की गई है. संगठन के फंड में 10 लाख रुपये और चार बाइक देने के लिए कहा गया है.


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चिट्ठी में दस लाख रुपये और चार बाइक जमा करने का धमकी:मुखिया दिनेश यादव से लेवि मांगे जाने की खबर फैलते ही प्रखंड के अन्य पंचायतों के मुखिया में भी सनसनी फैल गई. बताया जाता है कि मुखिया दिनेश यादव से एक बार सरपंच और तीन बार से मुखिया बनने की बात कहते हुए चिट्ठी में नक्सली संगठन के फंड में दस लाख रुपये और चार बाइक जमा करने के लिए कहा गया है. चिट्ठी में 28 दिसम्बर को सीमावर्ती गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के गेंद्रो मंदिर के पास रुपये और बाइक पहुंचाने के लिए कहा गया गया है. मुखिया ने लेवी मांगे जाने की पुष्टि की है.

डेढ़ माह पहलेमुंशी से चिट्ठी देकर मांग की गई थी लेवी:बताते चले की करीब डेढ़ माह पहले चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत बामदह में बिजली सबस्टेशन निर्माण के लिए चल रहे घेराबंदी कार्य मे लगे संवेदक के मुंशी से चिट्ठी देकर 9 लाख 99 हजार रुपये लेवी की मांग की गई थी. जिसके बाद संवेदक द्वारा घेराबंदी कार्य बंद कर दिया गया था. बता देंगे लगातार सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान से नक्सली संगठन अब बैकफुट पर पहुंच चुके हैं. कई शीर्ष नक्सली नेता जेल में बंद है तो कई पुलिस मुठभेड़ में मारे गए. झारखंड का सीमा रेखा होने के कारण झारखंड के नक्सली और जमुई के नक्सली एक बार फिर अपनी पैठ मजबूत करने की फिराक में हैं.

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