जमुई:जिले के सिकंदरा प्रखंड अंतर्गत महादेव सिमरिया पंचायत के वार्ड नंबर 15 में स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय रान्हन में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर से प्रशासनिक लापरवाही की तस्वीर सामने आ रही है. मंगलवार 19 मई को जमुई स्टेडियम से 31 प्रवासी मजदूर भेजे गए. इनमें पांच महिलाएं और साथ ही दूध पीते तीन बच्चे भी शामिल है. इन प्रवासी मजदूरों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था तो दूर बैठने के लिए एक दरी तक उपलब्ध नहीं हैं. अब तक ना तो कोई प्रशासनिक पदाधिकारी और ना ही पंचायत ने कोई सुविधा उपलब्ध कराई है.
जमुई: रान्हन में स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर पर अव्यवस्था का आलम, खाना-पीना तक नसीब नहीं
जमुई रान्हन में स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर पर त्रिपुरा और तमिलनाडु से आए 31 प्रवासियों को मंगलवार ही प्रशासन ने भेजा था. इनमें महिला-पुरूष और छोटे बच्चे भी शामिल है. घर वाले कुछ खाना पहुंचा जाते है. महिलाओं ने बताया कि खुले में स्नान और शौच के लिए जाना पड़ता है.
'कोई भी पदाधिकारी फोन उठाने को भी तैयार नहीं'
यहां नियुक्त शिक्षक ने बताया कि कोई भी पदाधिकारी फोन उठाने को भी तैयार नहीं. ऐसे में शिक्षक आखिर क्या कर सकते हैं. इन भूखे लोगों का कोप-भाजन भी मुझे ही बनना पड़ता है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में ना तो बिजली की सुविधा है, ना शौचालय और ना ही पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था है, भोजन तो बहुत दूर की बात है. ऐसी स्थिति में इन प्रवासी मजदूरों को अपने घर जाने की नौबत आती है, तो ग्रामीण संक्रमण के डर से इन्हें मारने की धमकी दे रहे हैं.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में अव्यवस्था
महादेव सिमरिया पंचायत के दक्षिणी भाग के पंचायत समिति सदस्य राम अवतार ने बताया कि सीओ साहब फोन रिसीव नहीं करते और बीडीओ मैडम का फोन बंद आ रहा है. ऐसी स्थिति में हम जनप्रतिनिधि भी क्या कर सकते है. जमुई रान्हन में स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में त्रिपुरा और तमिलनाडु से आए 31 प्रवासियों को मंगलवार ही प्रशासन ने भेजा था. इनमें महिला-पुरूष और छोटे बच्चे भी शामिल है. घर वाले कुछ खाना पहुंचा जाते है. महिलाओं ने बताया कि खुले में स्नान और शौच के लिए जाना पड़ता है.