जमुई: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर अंडाल एवं कोलकाता से प्रवासी मजदूरों से भरी 8 बसें रविवार को जमुई पहुंची. लॉकडाउन के कारण सभी मजदूर महीनों वहां फंसे हुए थे. सभी मजदूर साइकिल से बिहार की तरफ निकल पड़े. वहीं दुर्गापुर प्रशासन ने उन्हें रोककर घर भेजने का प्रबंध किया. इस बीच जिले के श्री कृष्ण स्टेडियम में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में सभी मजदूर घंटों फंसे रहे.
सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के हावड़ा कोलकाता आसनसोल सहित अन्य इलाकों में मजदूरी का काम करते हैं. वहीं मजदूरों को घर जाने का कोई साधन नहीं मिला तो सभी साइकिल से किशनगंज, छपरा, बक्सर, दरभंगा, खगड़िया सहित अन्य जिलों के लिए निकल पड़े. लेकिन जैसे ही मजदूर दुर्गापुर पहुंचे, वहां के जिला प्रशासन ने सभी मजदूरों को रोककर उनकी साइकिल जब्त करते हुए उन्हें घर भेजने का आश्वासन दिया. दुर्गापुर जिला प्रशासन की मदद से सभी को बस से घर भेजने का प्रबंध किया गया.
जिला प्रशासन को कोई पूर्व सूचना नहीं
मजदूरों को 8 बसों में सवार कर सभी को उनके घर पहुंचाने की बात कही गई. लेकिन बस चालक उन्हें लेकर जमुई जिले के श्री कृष्ण स्टेडियम में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में पहुंचे. वहां मौजूद एसडीओ लखिंद्र पासवान सहित अन्य पदाधिकारियों ने मजदूरों को वहां रुकने से मना किया. साथ ही उन्होंने बताया कि मजदूरों के आने को लेकर कोई सूचना पहले नहीं दी गई है. जिस कारण इन मजदूरों को यहां नहीं रखा जा सकता है. वहीं बंगाल से आए बस चालकों ने बताया कि उनके पास बंगाल सरकार का एक लेटर है. इसमें साफ लिखा हुआ है कि इन लोगों को जमुई जिले के श्री कृष्ण के स्टेडियम में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में पहुंचा कर वापस आने को कहा गया है. इसपर सभी मजदूर हंगामा करने लगे.
इंतजार में भूखे प्यासे रहे मजदूर
इस विवाद के कारण बस में सवार सभी मजदूरों को घंटों भूखे प्यासे रहना पड़ा. कई मजदूरों ने बताया कि बंगाल सरकार ने उन्हें घर पहुंचाने का आश्वासन दिया था. वहीं जमुई जिला प्रशासन भी इन लोगों को सेंटर में प्रवेश की अनुमति नहीं दे रही है. सभी मजदूर जिला प्रशासन के जबाव के इंतजार में हैं. बस में बच्चे एवं महिलाएं भी हैं. वही इस मामले को लेकर एसडीओ लखिन्द्र पासवान ने कुछ भी बताने से मना कर दिया.