जमुई: जिले के कल्याणपुर मोहल्ले में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद व्यवहार न्यायालय परिसर में भी इसका असर देखने को मिला. जहां बुधवार को कोरोना के कारण कोर्ट का कार्य नहीं किया गया. जिससे अपने-अपने कामों से कोर्ट आए लोगों को काफी परेशानी हुई. लोग इधर उधर भटकते रहे.
बता दें कि कोर्ट से महज पांच सौ गज की दूरी पर कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद प्रभारी जिला सत्र न्यायाधीश और अपर जिला सत्र न्यायाधीश ने न्यायलय का कार्य रोक दिया. उन्होंने कहा कि कोर्ट के कामों के दौरान कोर्ट कैंपस में लोगों की अधिक भीड़ जमा हो जाती है. इसके कारण सोशल डिस्टेंसिंग का सही तरीके से पालन नहीं हो पाता है. इसीलिए कोर्ट में काम नहीं होगा.
बारी-बारी से वकीलों की दलील सुनने का निर्णय
इसके अलावा न्यायाधीश ने कहा कि कोर्ट परिसर में अधिक भीड़ होने के कारण अधिवक्ताओं के साथ-साथ न्यायाधीशों तक संक्रमण फैलने का खतरा है. इसीलिए अधिवक्ताओं कि दलील बारी-बारी से सुनी जाएगी. जिसके बाद जिला विधिक संघ के अध्यक्ष चंदेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में अधिवक्ताओं की एक बैठक बुलाई गई. जिसमें सभी अधिवक्ताओं ने निर्णय लिया कि न्यायालय कार्य के दौरान अधिक भीड़ नहीं जमा किए जाएं. साथ ही साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जाए और इस महामारी से बचने के उपायों पर अमल किया जाए.
सतर्क रहने की अपील
इस बैठक के दौरान अधिवक्ता उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव जरूरी है. इसीलिए कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर संक्रमण से बचा जा सकता है. क्योंकि जिस तरीके से कोर्ट से कुछ दूरी पर ही एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है. जिससे इस महामारी के संक्रमण का खतरा काफी बढ़ गया है. इसीलिए सतर्क रहने की जरूरत है.