जमुई: शेखपुरा जिले में रहकर मजदूरी कर रहे झारखंड के पाकुड़ जिले के आठ मजदूर बुधवार को साइकिल से ही जमुई के सिकंदरा होते हुए पाकुड़ के लिए निकल पड़े. इस दौरान पूछे जाने पर मजदूरों ने बताया कि वे लोग शेखपुरा जिले में राजमिस्त्री का काम करते थे, लेकिन कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन में फंस गये और अपने घर वापस नहीं जा सके.
शेखपुरा से पाकुड़ जा रहे मजदूरों को जमुई में किया गया क्वारंटाइन, स्वास्थ्य टीम ने की जांच
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी मजदूरों का स्क्रीनिंग किया. इसके बाद से उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है, जहां उन्हें खाने-पीने और स्वास्थ्य सुविधाओं समेत तमाम चीजें मुहैया कराई जा रही हैं.
मोहम्मद टेक्सिम आलम, मो. नाहिद आलम, मो. शाहबाज आलम, मो. फरमान आलम, संतोष कुमार, मो. मुजफ्फर आलम, मो. एसके जाकिर ने बताया कि वे इस उम्मीद में थे कि आने वाले 3 मई को लॉकडाउन खोल दिया जायेगा, लेकिन आसपास के लोगों ने बताया कि लॉकडाउन के और आगे बढ़ने की संभावना है. जिससे उन लोगों ने घर जाने का मन बना लिया और सोचा कि अगर लॉकडाउन और बढ़ा तो वे लोग मुसीबत में फंस जाएंगे. इसीलिए जब तक पास में पैसा था, तब तक किसी तरह गुजारा बसर किया. लेकिन अभी इन लोगों के पास न पैसे बचा है और न ही कुछ खाने को है.
सभी को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया
सभी मजदूरों ने बुधवार को बचे हुये पैसों से आसपास के लोगों से पुरानी साइकिल खरीदी और इसी से अपने घर पाकुड़ जाने लगे. वहीं जब 8 मजदूर बुधवार को जमुई के कचहरी चौक पहुंचे तभी वहां सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों द्वारा पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी मजदूरों का स्क्रीनिंग किया. इसके बाद से उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है, जहां उन्हें खाने-पीने और स्वास्थ्य सुविधाओं समेत तमाम चीजें मुहैया कराई जा रही हैं.