जमुई: बिहार के जमुई में साधारण परिवार में जन्मी ज्योति जिले का ही नहीं बल्कि प्रदेश का नाम रौशन कर रही (Jyoti is Illuminating the Name of Bihar) है. अपनी मेहनत से ज्योति पढ़ाई में अव्वल रही. अब वह अपने दम पर संघर्ष कर क्रिकेट के खेल में जिले का नाम रौशन कर रही है. उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें बिहार महिला टी-20 टीम में शामिल (Jyoti selected in Bihar women T20 team) किया गया. गुरुवार देर रात वह अपनी कोच नीतू सिंह के साथ त्रिवेंद्रम के लिए रवाना हो गयी.
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क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन: बता दें कि निशानेबाजी में जमुई की गोल्डन गर्ल श्रेयसी सिंह और भाला फेंक में अंजनी कुमारी पहले ही नारी शक्ति का लोहा मनवा चुकी हैं. अब जमुई की ज्योति (Bihar woman cricketer Jyoti) भी उसी राह पर चल पड़ी है. शेखपुरा जिले के वीरपुर गांव की एक साधारण परिवार की लड़की ने अपने दम पर संघर्ष कर क्रिकेट ही नहीं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा आगे रही. उसकी प्रारंभिक शिक्षा शेखपुरा से हुई है. पिता दयानंद प्रसाद जमुई अस्पताल के इंचार्ज हैं और उसका भाई राहुल भी बेहतर आलराउंडर है.
बिहार महिला टी-20 टीम में जगह बनाई: उसने अपने दादा शिवनाथी पासवान से आशीर्वाद लेने के बाद बीएचयू से फाइन आफ आर्टस में मास्टर की डिग्री हासिल की. वाराणसी पढ़ाई के साथ-साथ कोच फैजल, हेमन भाई और कृष्णा के सानिध्य में ट्रेनिंग की. फोटोग्राफी उसका फैशन है और वह पार्ट टाइम नौकरी के साथ पढ़ाई भी कर रही हैं. क्रिकेट में अपने प्रदर्शन के बदौलत पहली बार सत्र 2019-2020 में बिहार महिला टी-20 टीम में जगह बनाई. दो साल कोरोना के कारण महिला की स्टेट टीम घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेल पाई. इस बार जैसे ही मौका मिला वह बिहार महिला टी-20 टीम की हिस्सा बन गई और गुरुवार की देर रात कोच नीतू सिंह के साथ त्रिवेंद्रम के लिए रवाना हो गयी.