जमुई: जेडीयू से नाराज चल रहे उपेंद्र कुशवाहाका पार्टी छोड़ने का इतिहास रहा है. एक बार फिर से कुशवाहा ने नीतीश कुमार से ब्रेकअप कर लिया है. सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने मीडिया को पूरी जानकारी दी. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अब उनकी नई पार्टी का नाम राष्ट्रीय लोक जनता दल है. वहीं जेडीयू लगातार उपेंद्र कुशवाहा पर हमलावर है. सिकंदरा प्रखंड अंतर्गत लछुआड़ में भी इसको लेकर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और झाझा विधानसभा क्षेत्र के जदयू विधायक दामोदर रावत ने उपेंद्र कुशवाहा पर कटाक्ष किया.
पढ़ें-Bihar Politics : उपेंद्र कुशवाहा का JDU से इस्तीफा, बोले- 'नीतीश पड़ोसी के घर ढूंढ रहे उत्तराधिकारी'
बोले रावत- 'दो पैर वालों को नहीं रोका जा सकता':दामोदर रावत ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा का पार्टी छोड़ने का काफी लंबा इतिहास रहा है. 2000 में भी जब पार्टी ने उन्हें विधानसभा का नेता बनाया था तो वह पार्टी छोड़ कर चले गए थे. इसको लेकर अबतक वह तीन बार पार्टी छोड़ चुके हैं. पार्टी छोड़ने का उनका लंबा इतिहास रहा है.
"चार पैर वालों को बांधकर रखा जा सकता है पर दो पैर वालों को बांधकर नहीं रखा जा सकता है. उपेंद्र कुशवाहा स्वतंत्र हैं कहीं भी जा सकते हैं. उन्होंने संसदीय दल की बैठक की गई थी लेकिन जदयू के एक भी सांसद उस बैठक में शामिल नहीं हुए."-दामोदर रावत,पूर्व मंत्री व जदयू विधायक
उपेंद्र कुशवाहा ने बनाई अपनी पार्टी:बता दें कि दिल्ली में इलाज के दौरान ही उपेंद्र कुशवाहा का भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं के साथ फोटो वायरल हुआ था. उसके बाद से ही बिहार के राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे थे कि उपेंद्र कुशवाहा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में है।. इसके बाद से ही जदयू में खलबली मची थी. लेकिन अब कुशवाहा ने अपनी पार्टी का ऐलान कर दिया है और यह भी कहा है कि उनकी पार्टी जनता पार्टी की विरासत को समेटते हुए आगे बढ़ेगी.