जमुईः जिले में कुछ दिनों से मॉब लिंचिंग के बाद बच्चा चोर की अफवाह जोर पकड़ रही है. इसमें भीड़ की तरफ से मारपीट की धटनाएं सामने आई हैं. इस तरह की बढ़ रही घटनाओं पर न्यायालय ने संज्ञान लिया है. पुलिस प्रशासन को दिए गए निर्देश के बाद जिले में जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. एसपी जे रेड्डी ने लोगों को अफवाहों से बचने की सलाह दी है.
दरअसल, बच्चा चोर की अफवाह बिहार के कई जिलों में फैली है, इससे जमुई भी अछूता नहीं है. बच्चा चोर की अफवाह में मारपीट की घटनाएं सामने आ रही हैं. ऐसे में न्यायालय के निर्देश पर पुलिस प्रशासन पोस्टर-बैनर के जरिए लोगों को जागरूक कर रही है. जिले के सभी चौक चौराहों, सार्वजनिक स्थल पर लोगों को जानकारी दी जा रही है. साथ ही संदिग्ध के संबंध में पुलिस को सूचित करने की अपील की जा रही है. लोगों में जागरुकता लाने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ बैठकें भी की जा रही हैं.
अफवाहों से बचने की अपील करते जमुई एसपी जे रेड्डी ईटीवी भारत के माध्यम से एसपी ने की अपील
जमुई एसपी जे रेड्डी ने अपने कार्यालय कक्ष में ईटीवी भारत के साथ बातचीत की. इस दौरान एसपी ने कहा कि जिले के लोगों को जागरूक किया जा रहा है. बैनर पोस्टर के अलावा थाना स्तर पर लोगों के साथ जनप्रतिनिधियों के साथ बैठकें की जा रही हैं. उन्होंने ईटीवी भारत के माध्यम से लोगों से अपील करते हुए कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें.
संदिग्ध व्यक्ति की सूचना पुलिस को दें
एसपी के मुताबिक बच्चा चोर की अफवाह सही नहीं है. जिले में बच्चा चोर गिरोह या उसका कोई भी सदस्य सक्रिय नहीं है. अफवाह के कारण निर्दोष, विक्षिप्त व्यक्ति, नाते-रिश्तेदार के यहां जा रहे लोग भीड़ का शिकार बन रहे हैं. ऐसे लोगों के साथ भीड़तंत्र के द्वारा मारपीट की जा रही है. लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि अगर कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखता है, तो उसे पकड़कर स्थानीय थाना के हवाले कर दें. जिला पुलिस के वरीय अधिकारियों या एसपी को सूचना दें, ताकि कानून के तहत उचित कारवाई की जा सके.
जनप्रतिनिधियों के साथ की जा रही है बैठक
पुलिस केवल लोगों को जागरूक करने के लिए बैनर पोस्टर तक ही सीमित नहीं है. बल्कि थाना स्तर पर, मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य, जीविका दीदी के साथ बैठक की जा रही है. इन जनप्रतिनिधियों के जरिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है.