जमुई:जिले केसदर थाना क्षेत्र में एक महिला के गर्भ में पल रहे 6 माह के बच्चे की मौत हो गई. विवाहिता के परिजनों ने आरोप लगाया कि उसके पति की पिटाई के चलते बच्चे की मौत हो गई. ये हत्या है. इस मामले को लेकर पीड़ित महिला ने महिला थाना में शिकायत की. जिसमें 24 घंटे के बाद पुलिस ने बैक डेट में प्राथमिकी दर्ज की और महिला को मेडिकल टेस्ट के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
बताया जाता है कि जब महिला पर हमला किया गया तो, वो बेहोश हो गई. जिसके बाद उसकी तबीयत और बिगड़ने लगी तो ससुराल वालों ने झोला छाप डॉक्टर से उसका गर्भपात करवा दिया. जिससे बच्चे की मौत हो गई और उसे उसी हालत में छोड़ दिया गया. इसके बाद महिला ने अपने मृत नवजात बच्चे को गोद में लेकर मुख्यालय स्थित महिला थाने पहुंची और पति के खिलाफ शिकायत की, लेकिन 12 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी महिला थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की.
दहेज की मांग को लेकर मारपीट
पीड़ित महिला के पिता ने बताया कि उसका पति शादी के बाद से ही अक्सर दहेज की मांग करता था. वहीं, आए दिन दहेज को लेकर मारपीट भी करता था. इसी दौरान 13 सितंबर को जब फिर से उसके पति ने पैसों की मांग की, तो हम सब नहीं दे पाए, जिसके बाद उसने अपनी पत्नी के पेट में पल रहे बच्चे को लात घूंसों से मारकर हत्या कर दी.
'मामले को रफा-दफा करने में लगी थी पुलिस'
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जब इस घटना की जानकारी हुई तो थाने में शिकायत करने पहुंचे तो वहां दिनभर बैठाया गया, लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं, पुलिस वाले उसके दामाद को फोनकर बुला रहे थे और मामले को रफा-दफा करवाने की बात कर रहे थे.
पुलिस कर रही मामले की जांच
हालांकि इस मामले को तुल पकड़ता देख महिला थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली और मामले की जांच में जुट गई. पुलिस आरोपी पति और उसके परिजनों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.