जमुईः बिहार के जमुई में मॉब लिंचिंग की घटना (Mob lynching in jamui) होने से बच गई. समय पर पुलिस नहीं पहुंचती को बड़ी घटना हो सकती थी. मामला जिले के झाझा थानाक्षेत्र के तुम्बापहाड़ गांव का बताया जा रहा है, जहां बच्चा चोर के आरोप में गांव वालों ने चार फेरीवाले की जमकर पिटाई की. इस पिटाई में चारो आरोपी गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं. सूचना पर पहुंची पुलिस ने गांव वालों की भीड़ से उस चारों आरोपी को मुक्त कराया. तब जाकर उसकी जान बच सकी, नहीं तो अनहोनी होने से कोई नहीं रोक सकता था.
यह भी पढ़ेंःPatna Crime: जिसे मरा समझकर अंतिम संस्कार किया वो टहलते हुए पहुंचा घर, पुलिस के छूट रहे पसीने
घर में अकेले था बच्चाः मिली जानकारी के अनुसार ईद की तैयारी को लेकर घर की महिलाएं चूड़ी खरीदने गई थी. घर में चार और छह साल का दो बच्चा अकेले था. इसी दौरान रास्ता पूछते हुऐ चार व्यक्ति घर के पास पहुंच गए. इसके बाद दोनों बच्चों को रास्ता दिखाने के बहाने साथ लेकर चल दिए. महिला जब चूड़ी खरीदकर लौटी तो घर में बच्चे को नहीं देख हल्ला करने लगी. खोजबीन के दौरान कुछ दूरी पर चार लोगों के साथ बच्चे को जाते देखा गया. इसके बाद उन चारों लोगों को पकड़ा गया.
नवादा का रहने वाला है आरोपीःदोनों बच्चों के साथ चार लोगों को पकड़ कर गांव वालों ने जमकर पिटाई कर दी. इसी दौरान गांव के ही किसी ने इसकी सूचना डायल 112 पर पुलिस को दी. सूचना मिलते ही आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने चारो आरोपी को भीड़ से मुक्त कराया, आरोपी की पहचान नवादा जिले के कादिरगंज थाना के दुलारपुर गांव निवासी मदन, श्रवण, विलेंद्र व कंपनी राठौर के रूप में हुई है. ये सभी गांव में घूम घूमकर सामान बेचने का काम करता है. पुलिस की पूछताछ में उसने बच्चा चोरी से इंकार किया. हलांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है.