जमुई:बिहार के जमुई जिले में विश्व मृदा दिवस (World Soil Day) के अवसर पर साइकिल यात्रा निकाली गई. मिट्टी को बचाने के लिए लोगों ने शपथ लिया (People Took Oath to Save Soil in Jamui). सगदाहा ग्राम के लोगों ने सामूहिक रूप से अपनी खेती को टिकाऊ और मुनाफे वाली बनाने के लिए मिट्टी में हानिकारक कृषि रसायनों का प्रयोग नहीं करने की शपथ ली. मिट्टी की उर्वरता बरकरार रखने वाले 50 पौधा करेच, नीम, शरीफा, आंवला, कटहल सहित कई पौधों का रोपण किया.
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दरअसल, सगदाहा ग्राम के लोगों ने सामूहिक रूप से अपनी खेती को टिकाऊ और मुनाफे वाली बनाने के लिए अपनी मिट्टी में ऐसे कृषि रसायनों का प्रयोग नहीं करने की शपथ ली जो मिट्टी और उसमें रहने वाले जीव-जंतुओं के लिए हानिकारक हो. इसके पूर्व साइकिल यात्रियों का एक दर्जन समूह जमुई से चलकर सगदाहा ग्राम पहुंचा और मिट्टी की उर्वरता बरकरार रखने वाले 50 पौधा करेच, नीम, शरीफा, आंवला, कटहल सहित कई पौधों का रोपण किया.
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इस अवसर पर खेती में महिलाओं की भागीदारी करने के लिए संगोष्ठि भी आयोजित की गई. उपस्तिथ जीविका के जिला जीवोकपार्जन प्रबंधक कौटिल्य कुमार ने बताया कि एक अध्य्यन से जानकारी प्राप्त हुआ है कि भारत में लगभग 70 लाख हेक्टर जमीन मिट्टी खराब होने के कारण खेती योग्य नहीं है. यह सालाना 10 प्रतिशत की गति से बढ़ रही है और यदि अभी इस पर रोक नहीं लगाई गई तो 2050 तक भारत की आधी जमीन खेती करने योग्य नहीं रह जाएगी.