जमुई: जिले में पानी की समस्या को लेकर 25 गांव के किसान सड़क पर उतर आए हैं. इनका आरोप है कि डैम रहने के बाद भी नहर में विभाग की अनियमितता के कारण बीते 35 वर्ष से किसानों के खेत में पानी नहीं पहुंच रहा है. जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि और सरकार से गुहार लगाकर थक चुके हैं, लेकिन कोई सुध लेने को तैयार नहीं है.
हंगामा करते किसानों का पोस्टर हजारों की संख्या में आए किसानों ने जमुई-सिकंदरा मार्ग पर धधौर गांव के पास जखराज स्थान के पास सड़क जाम कर घंटों प्रदर्शन किया. इनका आरोप है कि सरकार और प्रशासन इनकी समस्याओं को लेकर उदासीन रवैया रखती है. इसलिए आज 25 गांव के किसान एक साथ सड़क पर आंदोलन करने के लिए विवश हैं.
'हम किसान कुछ नय जानी, हमरा चाही खेत में पानी'
जमुई में किसानों ने 'हम किसान कुछ नय जानी हमरा चाही खेत में पानी' का नारा लगाया. किसान संघर्ष समिति के बैनर तले 25 गांव के हजारों किसानों ने पानी की मांग को लेकर सड़क प्रदर्शन किया. इसके कारण घंटों तक हजारों वाहन जाम में फंसे रहे.
नारेबाजी करते आक्रोशित किसान किसान कहते हैं कि जमुई में पिछले 35 वर्षों से सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र के सबलविधा, भुल्लो, विछवे, जगदीशपुर, बाबुपूर, दूबेडीह, राजपुरा, जानसीडीह, कोड़ासी, बहादुरपुर, बहरम्बा, बसबुटटी, गुनहर, नीमा, हुसैनीगंज, जाजल, सरसा, मुबारकपुर सहित लगभग 25 गांव के खेतों में अपर किउल जलाशय रहने के बाबजूद पानी नहीं मिल रहा है.
'भुखमरी की कगार पर किसान'
किसानों का आरोप है कि नहर के काम के लिए करोड़ों रुपये की निकासी हुई. लेकिन, लूट-खसोट और विभागीय अनियमितता के कारण कुछ बदलाव नहीं हो सका. वर्षों से किसानों के खेत में पानी नहीं पहुंच रहा है. किसानों का परिवार भुखमरी की कगार पर है.
जमुई सिकंदरा मुख्य मार्ग पर धधौर गांव के पास जखराज स्थान के नजदीक महाजाम लगा. कई घंटों तक सड़क जाम रहने की खबर के बाद एसडीओ लखिन्द्र पासवान, सदर एसडीपीओ लाल बाबू यादव और जमुई पुलिस सिकंदरा जाम स्थल पर पहुं ची. एसडीओ लखिन्द्र पासवान ने किसानों को समझा-बुझाकर जाम हटाने का प्रयास किया.