जमुई: जिला प्रशासन की बस मंगलवार को 21 दिनों के क्वारेंटाइन के बाद 17 मजदूरों को लेकर जमुई से मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुई. इस बस में बीते कई दिनों से चकाई में क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूरों को उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों तक पहुंचाया जाएगा. ये सभी मजदूर चकाई में सुरक्षा बलों की ओर से जांच के दौरान पकड़े गए थे.
जमुई: 21 दिनों के क्वारंटाइन बाद मजदूरों को जिला प्रशासन ने पहुंचाया घर
झारखंड के धनबाद में सेल्समैन का काम करने वाले अर्जुन भारती ने बताया कि वह किराये के वाहन से झारखंड से छपरा जा रहे थे. लेकिन चकाई में पकड़कर क्वारेंटाइन कर दिया गया. इसके बाद उसे 21 दिनों बाद घर जाने को मिल रहा है.
21 दिनों तक थे क्वारंटाइन में मजदूर
सभी मजदूरों को बिहार-झारखंड सीमा रेखा के चकाई प्रखंड में 21 दिनों तक क्वारंटाइन में रखा गया था. वहीं, समय सीमा पूरा होने के बाद उत्तर बिहार के छपरा, सिवान, दरभंगा, मोतिहारी और मुजफ्फरपुर आदि जगहों तक पहुंचाया गया. इसमें कुछ मजदूर पड़ोसी उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले भी हैं. बस में यात्रा कर रहे मजदूर दीनानाथ साव ने बताया कि वह आंध्र प्रदेश की विजय नगर में एक दुकान पर काम करते थे. जो लॉकडाउन के कारण महीनों से फंस गए थे. वहीं, वह अपने कुछ सहयोगियों के साथ आंध्र प्रदेश से मोटरसाइकिल पर रवाना हुए जिन्हें जिले के चकाई में सुरक्षा बलों ने रोक लिया था.
चकाई में क्वारंटाइन मजदूर लौट रहे घर
वहीं, झारखंड के धनबाद में सेल्समैन का काम करने वाले अर्जुन भारती ने बताया कि वह किराये के वाहन से झारखंड से छपरा जा रहे थे. लेकिन चकाई में पकड़कर क्वारेंटाइन कर दिया गया. इसके बाद उसे 21 दिनों बाद घर जाने को मिल रहा है. जिसको लेकर सभी मजदूरों ने बिहार सरकार और जमुई जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया. वहीं, इस दौरान मजदूरों के चेहरे पर काफी खुशी देखी गई.