जमुई: बिहार सरकार दावा कर रही है कि कोरोना टीकाकरण(Corona Vaccination In Bihar) का कार्य काफी तेजी चल रहा है. सरकारी आकड़े के मुताबिक अब तक करीब 8.5 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है. इसी बीच बिहार के जमुई से एक ऐसी खबर सामने आयी है जो सरकार के दावे की पोल खोलने के लिए काफी है.
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बिहार के जमुई जिलांतर्गत गिद्धौर स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे कोरोना रोधी टीकाकरण के महा अभियान में लक्ष्य पूर्ति के लिए जिन्दा तो छोड़िए, यहां मुर्दों को भी सेकेंड डोज (Second dose of corona vaccine) दिया जा रहा है. अलाम यह है कि सेकेंड डोज लेने का मैसेज भी मोबाइल नंबर पर भेजा जा रहा है. स्वास्थ्य कर्मियों पर टीकाकरण लक्ष्य का दबाव इतना बढ़ गया कि मृत महिला को ही कोरोना रोधी टीका (Dead Woman vaccinated In Jamui) लगाने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया.
जिस महिला की नाम पर टीकाकरण का प्रमाणपत्र जारी किया गया है, उसकी करीब माह पहले मौत हो चुकी है. अब इसे लापरवाही कहें या चूक लेकिन स्वास्थ्य विभाग इससे स्वास्थ्य विभाग की काफी किरकिरी हो रही है. मृत महिला को कोरोना रोधी वैक्सीन का दूसरा डोज लगाने का मामला गिद्धौर प्रखंड का है.
गिद्धौर निवासी श्याम किशोर गुप्ता की पत्नी मालती देवी की कोरोना संक्रमण से 22 अप्रैल 2021 को सदर अस्पताल में मौत हो गयी थी. स्वास्थ्य विभाग ने मालती देवी के नाम से 10 जून 2021 को मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया. मृत महिला के पुत्र रंजीत गुप्ता के अनुसार मां के निधन के करीब 8 माह बाद अचानक 11 दिसम्बर को 11:53 बजे मालती देवी के कोरोना के टीके का दूसरे डोज लेने का मैसेज आया. यह स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही को दर्शाता है. गिद्धौर पीएचसी के प्राभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजीमा निशात ने बताया कि बीएचएम व बीसीएम से समुचित जानकारी एकत्रित कर इस दिशा में पूछताछ की जाएगी.
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