जमुई: बिहार के जमुई (Jamui) जिले में वायरल फोटो के चलते एक जोड़ी बनते-बनते टूट गयी. भावी वर-वधू पक्ष में तकरार शुरू हो गयी. मामला थाने पहुंच गया. इसी बीच इस मामले में दारोगा जी एंट्री होती है और फिर सब कुशल मंगल हो जाता है. जोड़ी बनी और परिणय सूत्र में बंध भी गयी.
यह मामला जमुई के लक्ष्मीपुर थाने से जुड़ा है. दरअसल, थाना क्षेत्र के चिनवरिया निवासी त्रिभुवन दास की पुत्री ममता कुमारी की शादी डोमाचक निवासी रंजीत दास के पुत्र प्रमोद दास से तय हुई थी. इस बीच शादी से पहले ही लड़का और लड़की पक्ष के रिश्ते में दरार आ गई. रिश्ता बनने से पहले ही टूट गया.
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इधर, शादी तय होने के बाद लड़का और लड़की की एक-दूसरे से मुलाकातें हुईं. इस दौरान की कुछ तस्वीरें भी दोनों के मोबाइल में कैद हुईं. लेकिन शादी टूटने के बाद मध्यस्थता की भूमिका में लड़के की रिश्ते में बहन तथा लड़की की चचेरी भाभी ने उस फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. यह बात लड़की पक्ष को नागवार गुजरी और बात थाने तक जा पहुंची. लड़की ने लड़के पर फोटो वायरल कराने का आरोप मढ़ते हुए उचित कार्रवाई की मांग की.
यहीं से इस मामले में थानाध्यक्ष मृत्युंजय पंडित की एंट्री होती है. थानाध्यक्ष सामाजिक पंडित जी की भूमिका में आ गए. फौरन रविदास समाज के प्रबुद्ध लोगों को भी इसमें शामिल किया. मामले के निपटान की कोशिश शुरू हुई. बात आगे बढ़ी और टूटे रिश्ते की डोर बंध गई. पत्नेश्वर मंदिर प्रांगण में प्रमोद और ममता एक-दूसरे का हाथ थाम कर जीवन भर के लिए एक दूजे के हो गए. पुलिस की पहरेदारी में यह शादी हुई. पुलिस वाले बाराती भी बने.
इस टूटे रिश्ते को जोड़ने में थानाध्यक्ष मृत्युंजय पंडित के अलावा जदयू नेता ललन कुमार दास, वार्ड सदस्य राजकुमार दास, अशोक दास, चिनवरिया के दिलीप दास, मुखिया गणेश दास, मुखिया पति रविंद्र दास, सरयुग दास आदि ने सराहनीय भूमिका निभाई.