जमुई: बिहार सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण को लेकर अगले आदेश तक बिहार के सभी शिक्षण संस्थानों को 18 अप्रैल तक बंद रखने का निर्देश दिया गया है. लेकिन जिले में ही कई शिक्षण संस्थान सरकार की ओर से जारी इस आदेश की अवहेलना करते दिख रहे हैं. जिले के कोचिंग संस्थान खुलकर सरकार के नियमों और कोरोना गाइडलाइन्स की धज्जियां उड़ा रहे हैं. इसके कई प्रमाण ईटीवी के कैमरों मे कैद हुए हैं. वहीं इस दौरान सरकार के कोचिंग संस्थान बंद रखने के फैसले को लेकर छात्र भी विरोध जताते हुए दिखाई दिए.
इसे भी पढ़ै:कोरोना गाइड लाइन का पालन कराने को लेकर प्रशासन हुआ सख्त
सरकारी महकमे के आसपास के ही कोचिंग संस्थान खुले हैं
बता दें कि जिले में सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ानेवाले ये कोचिंग संस्थान कही दूर नहीं है. बल्कि उसी जगह से कुछ दूरी पर स्थित हैं, जहां जिले का पूरा प्रशासन महकमा रहता है. यानि ये सबकुछ जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय, जिलाधिकारी, एसडीओ, एसपी के आवास से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर हो रहा है. फिर भी प्रशासन को इसकी खबर तक नहीं है, या यूं कह लें कि प्रशासन को इससे कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है. जिले में ये हाल तब है जब कोरोना संक्रमण अपने दूसरे फेज में तेजी से पांव पसार रहा है.
सोशल डिस्टेंशिंग और मास्क नदारद
ईटीवी के रिपोर्टर ने जिले में सरकार के आदेश के बावजूद खुले इन कोचिंग संस्थानों की जब पड़ताल की तो पता चला कि यहां मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे गाइडलाइन्स की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इनमें से कई कोचिंग संस्थान ऐसे हैं जिनके अंदर छोटे-छोटे कमरे हैं और उन्हीं कमरों में एक बेंच पर 3 से चार छात्र-छात्राएं बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं. कमरे विद्यार्थियों की भीड़ से ठसाठस भरे पड़े हैं. कुछ चेहरों पर मास्क और रूमाल तो दिखे, लेकिन सोशल डिस्टेंशिंग का नामों निशान इन संस्थानों में नही दिखता. जब इस बारे में में हमारे रिपोर्टर ने कोचिंग संस्थान के संचालक से पूछा तो वो कैमरे पर कहते मिले कि विद्यार्थियों को बंद की जानकारी नहीं थी, आज चले आएं हैं, हमने उनको जानकारी दे दी है, आज के पढ़ाई के बाद छुट्टी कर दी गई है.
कोचिंग संस्थानों के बच्चे छात्र कह रहे - नहीं बंद होंगे कोचिंग संस्थान
वहीं ईटीवी के कैमरे पर छात्र सरकार के फैसले के खिलाफ गुस्सा दिखाते नजर आए. ये छात्र कैमरे पर कहते हुए दिखे कि सिर्फ पढ़ाई को लेकर ही कोरोना याद आता है. जहां-जहां चुनाव है, वहां कोरोना क्यों नहीं फैल रहा? वहीं कई छात्र ये भी कहते मिले कि कुछ भी हो जाए कोचिंग संस्थान बंद नहीं होंगे. छात्रों ने कहा कि हम मीडिया के माध्यम से सरकार के सामने अपनी बात रखना चाहते हैं. छात्रों ने कहा कि हमलोग सारे नियम, गाइडलाइंस का पालन करते हुए कोचिंग में पढ़ाई करना चाहते हैं. ऑन लाइन पढ़ाई कर पाना सबके लिए संभव नहीं है.