जमुई:रविवार को होलिका दहन के साथ ही रंगों के त्यौहार होली की शुरुआत हो गई है. वहीं, कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को भूलकर बच्चे और युवा होली का आनंद ले रहे हैं.
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दरअसल, बीते सालों में होली पर्व आने के पहले खासकर ग्रामीण इलाकों में गांव-चौपाल और धरों में फगुआ गाने से शुरुआत हो जाती थी. शाम से शुरुआत होकर देर रात तक फगुआ गानों की महफिल सजती थी. होली के एक दिन पहले होलिका दहन पर घरों में पुआ-पकवान बनता था. लेकिन इस बार कोरोना ने होली का रंग फीका कर दिया है. लोग अपने-अपने घरों में ही होली खेल रहे हैं.
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वहीं, कुछ लोग कोरोना महामारी के कारण बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं. लेकिन बच्चे कहां मानने वाले हैं. सुबह से ही इनका 'कादो माटी' और उसके बाद रंग-अबीर से होली खेलना शुरू हो गया. परिजनों का कहना है कि पहली बार कोरोना काल में हो रही होली में सरकारी गाइडलाइंस का पालन अनिवार्य है.