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बिहार में मुर्दे ने जीता चुनाव, मरने के 20 दिन बाद बना 'पंच' - जमुई में मृतक क प्रत्याशी की हुई जीत

मुर्दे को सहानुभूति में जीत (Dead Candidate Won Election in Sympathy) मिलने की खबर इन दिनों खूब वायरल हो रहा है. दरअसल, यह मामला बिहार के जमुई जिले का है. यहां नामांकन दाखिल करने के बाद पंच प्रत्याशी की बीमारी के कारण मौत हो गई. मौत के बाद लोगों ने सहानुभूति में उसे जमकर वोट दे दिया.

बिहार में मुर्दे ने जीता चुनाव
बिहार में मुर्दे ने जीता चुनाव

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Published : Nov 27, 2021, 10:34 PM IST

Updated : Nov 27, 2021, 10:42 PM IST

जमुईःबिहार पंचायत चुनाव में एक मुर्दे को सहानुभूति में जीत (Dead Candidate Won Panchayat Election) मिली है. यह अजीबो-गरीब वाक्या जमुई के खैरा प्रखंड के हड़खार पंचायत (Hadkhar Panchayat of Khaira Block) के वार्ड संख्या-2 का है. इस वार्ड पर चुनाव लड़ रहे एक ऐसे प्रत्याशी की जीत हुई है जिसकी मौत मतगणना के 20 दिन पहले ही हो गई थी. मरे व्यक्ति के चुनाव जीतने की खबर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.

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दरअसल, खैरा प्रखंड के 22 पंचायतों में 24 नवंबर को आठवें चरण के तहत हुए चुनाव की 26 नवंबर को मतगणना हुई थी. हड़खार पंचायत के वार्ड संख्या-2 से पंच पद के लिए सोहन मुर्मू और मूरा हेंब्रम ने नामांकन दाखिल किया था. लेकिन सोहन मुर्मू की बीमारी से 6 नवंबर को मौत हो गई. माैत के बाद लोगों में उसके प्रति सहानुभूति हो गई और सबने जमकर वोट किया. जब नतीजे आए तो उसमें सोहन जीत गया था. उसे अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के मुकाबले 2 वोट ज्यादा यानी 148 वोट मिले थे.

इस संबंध में प्रखंड निर्वाचन पदाधिकारी (BDO) राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया, 'प्रत्याशी की मौत की सूचना आधिकारिक तौर पर किसी ने नहीं दी थी. इस कारण नाम नहीं हटाया गया था. प्रत्‍याशि‍यों की सूची में नाम दर्ज हैं. इसकी जांच कराई जाएगी. अगर चूक हुई होगी तो सुधार किया जाएगा. हालांकि, परिजनों का कहना है कि मौखिक रुप से उन्होंने बीडीओ को इसकी सूचना दे दी थी.

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ग्रामीणों ने बताया कि सोहन मुर्मू लंबे समय से बीमार था. बीमारी के कारण 6 नवंबर को उसकी मौत हो गई. इससे पहले सोहन हरखार पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या-2 से पंच पद के लिए नामांकन दाखिल कर चुका था, लेकिन आसामयिक निधन के कारण वो अपना चुनाव चिह्न नहीं ले पाया था और ना ही वो अपने लिए प्रचार कर पाया. लोगों ने बताया कि 24 नवंबर को जब वोट डाले जा रहे थे तो बैलेट पेपर में सोहन का नाम और चुनाव चिह्न था. इस कारण सबने वोट दिया और वह जीत गया.

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Last Updated : Nov 27, 2021, 10:42 PM IST

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