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लोकतंत्र का कमाल: जमुई में ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने वाली रेखा बनी मुखिया - Democracy Panchayat elections in Jamui

बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर काफी गहमा-गहमी है. 11 चरणों में चुनाव हो रहा. चरणबद्ध तरीके से किसी इलाके में चुनाव प्रचार का शोर है तो कहीं वोटों की गिनती हो रही है. इसी प्रक्रिया में जमुई से एक ऐसी खबर सामने आयी है जो भारतीय लोकतंत्र को मजबूती देगी. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Oct 2, 2021, 7:06 AM IST

जमुई: लोकतंत्र में कुछ भी संभव है. जनता-जनार्दन यदि चाहे तो अपने मताधिकार के जरिये किसी को फर्श से अर्श पर पहुंचा सकती है और इसका उल्टा भी हो सकता है. जमुई में इसका जीता-जागता नमूना पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) में देखने को मिला है. यहां ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने वाली एक महिला को लोगों अपना मुखिया चुना है.

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दरअसल, जमुई (Jamui) के इस्लामनगर अलीगंज प्रखंड (Islamnagar Aliganj Block) में हुए पंचायत मतदान के दूसरे चरण में वोटों की गिनती हो रही थी. सबकी नजर रेखा देवी नाम की ऐसी महिला पर टिकी थी जो लगभग पिछले 10-12 वर्षों से कभी नरेगा (MGNREGA) तो कभी काम नहीं मिलने पर ईंट भट्ठे पर मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण बड़ी ईमानदारी और मेहनत से करती आ रही थी. महिला की यही खूबी रंग लाई और आज ईट भट्ठा पर काम करने वाली मजदूर महिला अपने पंचायत की मुखिया बन गई है. अब वह अपने इलाके की जनता की सेवा करना चाहती है.

गांव के नन्हू मलिक Etv Bharat से बातचीत में बताते हैं रेखा देवी से पुराना परिचय है. उसकी ईमानदारी और मेहनत को देखते हुए हम लोग काम दिलवाने में उसकी मदद किया करते थे. पूर्व में मेरी पत्नी लाडली खातून मुखिया थीं. बाद में सहौड़ा पंचायत आरक्षित हो गया. इसके बाद सभी ग्रामीणों ने मिलकर तय किया की जब और लोग मुखिया बन सकते हैं तो इस ईमानदार और मेहनती महिला को ही चुनाव में प्रत्याशी बनाया जाये. ग्रामीणों ने न सिर्फ उसे अपना प्रत्याशी बनाया बल्कि उसकी जीत सुनिश्चित करने में अहम भूमिका भी निभाई.

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मतदान हुआ. लोगों ने बढ़चढ़ कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इसका परिणाम यह हुआ कि रेखा देवी भारी मतों से विजयी घोषित की गयीं. रेखा देवी को 1495 वोट मिले जबकि दूसरे पायदन पर रहीं पावो देवी को 1175 मतों से संतोष करना पड़ा. रेखा देवी के परिवार पति सूलेंदर मांझी और तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं. यह परिवार वर्षों से ईंट भट्ठे पर मेहनत-मजदूरी कर अपना और परिवार का भरण-पोषण करता आ रहा है. मकान के नाम पर इस परिवार के पास एक कच्ची झोपड़ी है. यह परिवार ईंट भट्टे पर ही झोपड़ी में रहता था. चुनाव जीत चुकीं रेखा देवी का कहना है कि अब वे अपने इलाके विकास के लिए भी पूरी मेहनत से काम करेंगी.

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