जमुई:बिहार के जमुई में बीड़ी मजदूरने अपनी मांगों को लेकर विरोध (Beedi workers protest in Jamui ) प्रदर्शन किया. अपनी मांगों को लेकर बड़ी संख्या में बीड़ी मजदूर एसडीओ कार्यालय पहुंचे. बिहार मजदूर बीड़ी मजदूर संघ के बैनर तले जिले के कई इलाकों से बीड़ी मजदूर हाथों में बैनर झंडा लिये अनुमंडल कार्यक्रम पहुंचे. अपनी मांग और समस्या को लेकर ज्ञापन दिया.
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परिचय पत्र मुहैया कराने की मांगःबिहार प्रदेश बीड़ी मजदूर संघ का जिला मंत्री चंदन राणा ने बताया कि 2018 में ही सरकार के द्वारा पत्र जारी किया गया था की बीड़ी मजदूरों को परिचय पत्र निर्गत किया जाएगा. 2022 भी निकलने वाला है लेकिन अभी तक बीड़ी मजदूरों को परिचय पत्र नहीं मिला. आगे बताया कि बीड़ी मजदूरों का परिचय पत्र नहीं मिलने से स्वास्थ्य लाभ भी नहीं मिल पाता है.
जिले में मजदूरों के लिए एक मात्र अस्पतालः उन्होंने कहा कि झाझा के हेलाजोत में बीड़ी मजदूरों के लिए एकमात्र अस्पताल है. वहां जिले भर से लाखों बीड़ी मजदूर इलाज के लिए आते हैं. लेकिन वहां भी इलाज नहीं हो पाता है. कहा जाता है कि पहले कंपनी से साइन कराकर लाइए. ऐसे में न तो सरकार से कोई लाभ मिल पा रहा है और न ही हमलोगों पर कंपनी ध्यान देती है. 2007 -08 में बीड़ी मजदूरों को परिचय पत्र आसानी से मिल जाता था. अब सरकार क्यों नहीं देना चाहती है समझ से परे है. सरकार ने कमेटी भी बनाई थी. जिलाधिकारी और अन्य आला अधिकारी उस कमेटी में हैं, लेकिन हम बीड़ी मजदूरों को न्याय नहीं मिल रहा है.
नहीं मिल रही न्यूनतम मजदूरीः बीड़ी मजदूरों ने कहा कि सरकार ने न्यूनतम मजदूरी 361 रुपया तय कर रखी है. लेकिन न कंपनी देना चाहती है और न ही सरकार दिलवाना चाहती है. मात्र 90-95 रुपया ही दिया जाता है. हमलोगों की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है. अभी तक सिर्फ मांगों को पूरा करने वाला आश्वासन ही दिया जाता रहा है. बीड़ी मजदूर का कहना है हमलोगों को सरकार नहीं दे रही परिचय पत्र नहीं मिल रहा और न ही कोई सुविधा दी जा रही है.