जमुई: जिले के चकाई थाना के नक्सल प्रभावित पोझ पंचायत के चिहरा गांव में नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया. इसका मुख्य मकसद नक्सली गतिविधि को रोकने और नक्सलियों को आत्म समर्पण करने के लिए तैयार करना था. नक्सलियों को मुख्य धारा से जोड़ने को लेकर जिला प्रशासन की अगुआई में नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया.
नुक्कड़-नाटक के माध्यम से नक्सलियों की नीति से लोगों को अवगत कराया गया. साथ ही सरकार की योजनाओं की जानकारियां भी दी गई. नाटक के माध्यम से नक्सलियों के जन अदालत की सच्चाई पर से पर्दा उठाने का भी प्रयास किया गया. यह संदेश दिया गया कि एक तरफ हक दिलाने की बात करने वाले दूसरी तरफ गरीब की जान के दुशमन बन जाते हैं. जोनल कमांडर और सेंट्रल कमेटी के नेताओं के वंशज विदेशों में पढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नक्सली सरकारी विद्यालय, सरकारी थाना आदि के भवनों को उड़ा देते हैं. नक्सलियों का मुख्य कार्य बड़े-बड़े उद्योगपतियों व बिजनसमेन से लेवी वसूलने की रह गई है.-राजीव कुमार तिवारी, थानाध्यक्ष
नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने पर तीन लाख रुपये मिलेंगे
नुक्कड़ नाटक का मंचन इन्द्रधनुष सामाजिक संस्था के प्रमुख अनुपम गोस्वामी के निर्देशन में हुआ. नाट्य में नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने पर तीन लाख रुपये, पीएम आवास और उनके बच्चे के लिए बीए तक की मुफ्त शिक्षा व्यवस्था की जानकारी भी दी गई. इन्द्रधनुष संस्था के कार्यकर्ताओं में संतोष पोद्दार, अभिषेक कुमार, राधे सिंह, स्वेता कुमारी, त्रिलोकी आदि ने नाटक की प्रस्तुति दी.
झाझा में भी नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया
जमुई (झाझा): जिला पुलिस कप्तान पीके मंडल के निर्देश पर झाझा थानाक्षेत्र अंतगर्त सर्किल नंबर एक के बोड़वा क्षेत्र मे भटके राही नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया. इस नाटक मे समाज के मुख्य धारा से भटके लोगों को फिर से समाज के मुख्य धारा में लाने के लिए नुक्कड़ नाटक के कलाकारों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. कलाकार शत्रुध्न कुमार, अमित कुमार, पन्नालाल, अनुपम गोस्वामी, कोमल कुमारी ने नाटक के माध्यम से लोगों को नक्सली और उनके गतिविधियों के खिलाफ आम लोगो को जागरूक किया.
भटके युवाओं को मार्गदर्शन करने का आहवान
नाटक के माध्यम से लोगों को बताया गया कि आज असमाजिक तत्वों के गतिविधियों की वजह से क्षेत्र विकास वंचित हैं. वे लोग समाज के हित में काम नहीं करते हैं. बल्कि सिर्फ निजी स्वार्थ के लिये दूसरों पर शोषण करते हैं. वहीं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से युवाओं को असमाजिक कार्यों को छोड़कर वापस मुख्यधारा में जुड़ने का संदेश दिया गया. नाटक के माध्यम से कलाकारों ने आम लोगों को नक्सल गतिविधियों का बहिष्कार करने और भटके युवाओं को मार्गदर्शित करने का भी आहवान किया.
नक्सलियों से आत्मसमपर्ण करने की अपील
थानाध्यक्ष श्रीकांत कुमार ने कहा कि नक्सली असमाजिक तत्व के लोग युवाओं को दिग्भ्रमित करते हैं. उन्होंने समाज से भटके लोगों के अलावा नक्सलियों से अपील कर कहा कि वे आत्मसमपर्ण करते हैं तो पुनर्वास योजना के तहत सरकार के तरफ से दिये गये सभी योजनाओं का लाभ मिलेगा. उन्होंने आगे कहा कि वे लोग मुख्यधारा से जुड़कर अपने क्षेत्र, परिवार के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दें.