गोपालगंज: घर में घुसकर महिला से दुष्कर्म की खबर है. बताया जा रहा है कि इस घटना को पड़ोसी ने ही अंजाम दिया है. पीड़ित महिला और उसके पति का आरोप है कि पुलिस इस मामले में केस को दबाना चाहती है. यही, कारण है कि घटना के चार दिन होने के बाद भी कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है.
आरोपी के परिजनों ने की मारपीट
खबर के मुताबिक पीड़ित महिला रात में अपने घर में सो रही थी. तभी पड़ोस में ही रहने वाले दो लोग घर में घुस गए. महिला को हाथ पैर बांध और मुंह बंद कर एक ने जबरन दुष्कर्म किया. महिला के शोर मचाते ही परिजनों ने आरोपी को मौके से धर दबोचा. परिजनों ने आरोपी को बांधकर पुलिस के हवाले करने के लिए पकड़ रखा था. तभी आरोपी के परिजनों ने वहां पहुंच कर महिला और उसके पति के साथ मारपीट की और आरोपियों को छुड़ा ले गए.
आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा
पीड़ित महिला ने कहा कि जब वो रात को अपने घर में सोई थी. तभी दो लोग घर में घुस आए. हाथ पैर बांध कर और मुंह बंद कर एक ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया. मुंह से कपड़ा हटने पर वह चिल्लाई. जिसके बाद घर के लोग पहुंच गए और आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया. इसकी शिकायत करने पर कार्रवाई के बदले हमें इधर-उधर दौड़ाया जा रहा है.
पुलिस का ढुलमुल रवैया
एसआई इन्द्रकांत मिश्रा ने बताया कि महिला के साथ 28 तारीख को घटना घटी और 29 तारीख को आवेदन दिया गया. 30 तारीख को केस दर्ज हुआ और 31 तारीख को रविवार की छुट्टी होने के कारण मेडिकल और 164 का बयान नहीं कराया गया. जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने कहा कि रविवार को 164 का बयान और मेडिकल भी होता है. तब एसआई इन्द्रकांत मिश्रा ने हैंड की कमी होने की बात बताते हुए कहा कि हमारे यहां स्टाफ की कमी है. एसआई ने कहा कि इस मामले में एक ऑफिसर की आवश्यकता होती है. पुलिस का कहना था कि हमारे पास सिर्फ यही काम नहीं है, हमें और भी कई काम हैं.