गोपालगंज:जिले के अन्नदाताओं का हाल-बेहाल है. दरअसल, गोपालगंज में किसानों को अनुदानित दर पर गेहूं के बीज नसीब नहीं है. सरकारी अनदेखी के कारण गेहूं की बुआई अबतक नहीं हो पाई है. ऐसे में किसान मजबूरन महंगे दर पर बीज लेने को मजबूर है. एक तरफ मौसम की मार और दूसरी तरफ विभाग की मनमर्जी से किसान परेशान हो गए हैं.
अनुदानित दर पर गेंहू के बीज उपलब्ध कराने की सरकार की योजना गोपालगंज में फिसड्डी साबित हो रही है. पीड़ित किसान कृषि विभाग पर उदासीन रवैया और लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. ऐसे में किसान खुले बाजार से महंगे दर पर बीज खरीदारी कर बुआई करने को मजबूर हैं.
कृषि विभाग बरत रहा लापरवाही
जिले के ज्यादातर प्रखंडों के लगभग 40 प्रतिशत किसान बाजार से महंगे दामों पर बीज खरीद कर बुआई कर रहे हैं. जिससे कृषि विभाग की लापरवाही साफ दिखाती है. एक तरफ जहां विभाग कई कार्यक्रम आयोजन कर फसलों की उन्नत पैदावार की जानकारी देता है और तमाम दावे करता है. वहीं, अनुदानित दर पर बीज के लिए किसानों का भटकना इन दावों की पोल खोलता है.
किसानों में आक्रोश
जिले के कई किसानों का कहना है कि विभाग साल 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का दावा कर रहा है. लेकिन, यदि ऐसी स्थिति रही तो हमारी आमदनी दोगुनी कैसे होगी. किसान अनुदानित बीज की बाह जोह रहे हैं. गेहूं बुआई का कार्य 15 नवंबर से ही शुरू हो गया है. लगभग 10 दिन बीतने के बाद भी कई किसान अबतक काम शुरू नहीं कर पाए हैं.