गोपालगंज: केंद्र सरकार द्वारा महिलाओं की सुविधाओं को देखते हुए उज्ज्वला योजना की शुरूआत की गई थी, जिसके तहत गरीबों को गैस चूल्हा मुफ्त में बांटा गया, लेकिन आज भी गरीब उसी लकड़ी जलावन के चूल्हे पर खाना बनाने को बाध्य है, जिस पर पहले बनाते थे. गोपालगंज में रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी (LPG price hike in Gopalganj) के चलते लोगों ने इसे रिफिल करवाने के बजाय चूल्हे पर ही बर्तन चढ़ाकर खाना बनाना शुरू कर दिया. आलम यह है कि गैस की कीमत 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ गई है.
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LPG के बढ़े दाम तले दबे उपभोक्ता: कीमत के दरअसल, केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत पहले तो गरीबों को चूल्हे और धुएं से मुक्ति तो दिला दी, लेकिन अब इसका लाभ लेने वाले उपभोक्ता लगातार एलपीजी गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमत के बोझ तले दब गए हैं. जिलेभर की बात करें तो कुल ढाई लाख लोग एलपीजी के ग्राहक हैं, जिसमें 60 से 65 प्रतिशत लोग गैस का रिफिल भरवाते हैं. वहीं, पिछले पांच दिनों से गैस की डिमांड भी घट गई है. सिलेंडर के दाम बढ़ने के बाद लोग सिलेंडर की रिफिलिंग करवाने वालों की संख्या कम हो गई है.
सिलेंडर रिफिल करवाना बूते से बाहर: गैस सिलेंडर की बढ़ी कीमत (Gas Cylinder Price Hiked) के बाद अब इसे रिफिल करने में वर्तमान में 1046 रुपए 50 पैसे तक खर्च करने पड़ रहे हैं. लाभुकों का कहना है कि अब एक मुश्त इतने पैसे खर्च कर सिलेंडर रिफिल करवाना उनके बूते से बाहर हो गया है. ऐसे में लोगों ने गैस सिलेंडर को छोड़ लकड़ी और कोयले के चूल्हे को ही सहारा बनाना मुनासिब समझा है.