गोपालगंज: जिले में गुरुवार को हथुआ अनुमंडल के राजमिस्त्रियों को भूकंपरोधी मकान बनाने का प्रशिक्षण दिया गया. यह प्रशिक्षण आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से दी गई. प्रशिक्षण कार्यक्रम में राजमिस्त्रियों को भूकंप और चक्रवात निरोधी भवन बनाने के तरीके सिखाए गए. बता दें कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पटना के प्रशिक्षकों ने राजमिस्त्रियों को प्रशिक्षण दिया. साथ ही राजमिस्त्रियों को प्रतिदिन 700 रुपये के हिसाब से चार हजार नौ सौ रुपये मानदेय के साथ प्रमाण पत्र भी दिया गया.
गोपालगंज: जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने सिखाया भूकंपरोधी मकान बनाने के गुर
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पटना के सौजन्य से जिले के सभी राजमिस्त्रियों को भूकंप और चक्रवात निरोधी भवन बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था. प्रशिक्षण शिविर में सभी राजमिस्त्रियों को नए और पुराने भवनों को बिना तोड़-फोड़ किए भूकंप रोधी मकान बनाने का प्रशिक्षण दिया गया.
भूकंप रोधी मकान बनाने का दिया प्रशिक्षण
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पटना के सौजन्य से जिले के सभी राजमिस्त्रियों को भूकंप और चक्रवात निरोधी भवन बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था. प्रशिक्षण शिविर में सभी राजमिस्त्रियों को नए और पुराने भवनों को बिना तोड़-फोड़ किए भूकंप रोधी मकान बनाने का प्रशिक्षण दिया गया. बता दें कि भूकंप और चक्रवात से होने वाले जान-माल की हानि से बचाने के लिए बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग राज्य के सभी जिलों में राजमिस्त्रियों को भूकंप विरोधी मकान बनाने से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रही है.
'मानदेय और प्रमाण पत्र किए गए वितरित'
कार्यक्रम के तहत गोपालगंज आपदा प्रबंधन विभाग ने जिले के सभी प्रखंडों और अनुमंडल स्तर पर राजमिस्त्रियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में राजमिस्त्रियों को कई तरह के प्रशिक्षण दिए गए. वहीं, अंचल अधिकारी हथुवा सह नोडल पदाधिकारी विपिन कुमार सिंह ने बताया कि सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था. जिसमें सभी राजमिस्त्रियों को भूकंप और चक्रवात निरोधी मकान बनाने की ट्रेनिंग दी गई. साथ ही एक मॉडल चक्रवात निरोधी मकान कम से कम लागत में बनाकर उसकी प्रदर्शनी भी की गई. साथ ही उन्होंने बताया कि सभी प्रशिक्षणार्थियों को चार हजार नौ सौ रुपये का मानदेय और प्रमाण पत्र भी दिया गया.