गोपालगंज:सरकारी अस्पताल को लेकर लोगों के मन में कई तरह की बातें होती हैं. कहते हैं अगर अस्पताल में मिलने वाली सरकारी सुविधा की बात की जाए तो कई तरह के सवाल होते हैं. लेकिन वहीं देखा जाए तो जिले में बने नवजात बच्चों के लिए एसएनसीयू (नवजात शिशु इकाई) शिशुओं के लिए वरदान साबित हो रहा है. यहां मिलने वाली सुविधा किसी प्राइवेट नर्सिंग होम से कम नहीं है.
SNCU सभी सुविधाओं से लैस
बता दें कि अस्पताल में डॉक्टर से लेकर एएनएम सभी शिशुओं का विशेष ध्यान रखते हैं. यहां 24 घण्टे एसएनसीयू की सुविधा शिशुओं को दी जाती है. साथ ही जीएनएम, एएनएम के साथ डॉक्टर भी 24 घण्टे अपने ड्यूटी पर तैनात रहते हैं. साल 2017 में बना एसएनसीयू सभी सुविधाओं से लैस हैं. जिससे नवजात शिशु के इलाज में कोई कमी नहीं आती है. 1 से 28 दिन के बच्चों के लिए बना एसएनसीयू नवजातों के विशेष देखभाल में कारगर साबित हो रहा है. वहीं इस यूनिट को बनाने में करीब एक करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.
नवजातों के लिए वरदान साबित हो रहा SNCU 24 घंटे विशेषज्ञ डॉक्टर और नर्स तैनात
यूनिट इंचार्ज ज्योति प्रकाश ने बताया कि इस यूनिट में नवजातों के लिए एक साथ 15 सीट है. जिससे एक साथ कई बच्चों का इलाज करने में सुविधा होती है. 24 घंटे विशेषज्ञ डॉक्टर और नर्स तैनात रहते हैं. एसएनसीयू में डॉ. आरके आर्य और डॉ. नौशाद आलम की तैनाती है. एसएनसीयू में जन्म लेने के साथ ही स्वांस, जॉन्डिस, दूध नहीं पीने, निर्धारित वजन से कम, 9 माह के पहले जन्म, अविकसित शिशुओं का गंभीर स्थिति में इलाज किया जाता है.
एसएनसीयू में शिशु का देखभाल करती नर्स फ्री में दी जाती है बेहतर सुविधा
सदर अस्पताल में नवजात शिशु का इलाज इलाज शुरू होने से जन्म-मृत्यु दर में भी कमी आई है. यहां पर फ्री में प्राइवेट नर्सिंग होम से बेहतर सुविधा मिलने लगी है. सदर अस्पताल में संचालित एसएनसीयू सिर्फ अस्पताल में जन्मे शिशुओं को ही ये सुविधा नहीं दी जाती. बल्कि, यहां पर गंभीर बीमारी से जूझ रहे शिशुओं का भी इलाज किया जाता है. इस यूनिट में बीते एक साल में कुल 1464 नवजातों का इलाज हो चुका है.
क्या है सुविधा
- 3 फोटो थेरेपी
- 13 वॉर्मर
- 5 एएनएम
- 5 जीएनएम
- 2 डॉक्टर
- आईसीयू
- वेंटीलेटर
- ऑक्सीजन