गोपालगंजःबिहार लोक सेवा आयोग(BPSC) के द्वारा हाल ही में घोषित किए गए परिणाम में गोपालगंज जिल के हथुआ प्रखंड के रतनचक खनसाम टोला गांव निवासी रजिया सुल्तान ने बाजी मारी है. रजिया ने इस परीक्षा में सफलता हासिल कर परिवार, गांव और अपने समाज का नाम रौशन की है. रजिया बिहार की पहली मुस्लिम महिला डीएसपी बनेंगी.
रजिया सुल्तान के घर की तस्वीर इसे भी पढ़ेंः फर्स्ट अटेम्प्ट में BPSC क्रैक करने वाली दिव्या बोलीं- भाई सुशांत से मिली कठिन परिश्रम की प्रेरणा
40 सीटों में बनाया स्थान
बीते दिनों बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा के जारी परिणाम में कुल 40 डीएसपी पद के लिए चयनित किया गया था. इनमें से चार मुस्लिम अभ्यर्थी चयनित किए गए हैं. इन 40 सीटों में रजिया ने अपना स्थान बनाया है. रजिया ने पहले प्रयास में यह सफलता हासिल की है. बता दें कि रजिया अभी बिहार विद्युत विभाग में असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं.
"बचपन से ही मेरी लोक सेवा आयोग में जाने की इच्छा थी. आज यह सपना पूरा हो गया है. आज मेरे पिताजी अगर जीवित होते तो काफी खुश होते. मेरे पिता ही मेरे लिए आदर्श थे. उन्होंने मेरी परवरिश में कोई कमी नहीं होने दी. मां-बाप को अपनी बेटियों को जरूर पढ़ाना चाहिए. बेशक बेटियों को आगे बढ़ाने में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, समाज में तरह-तरह की बातें होती है, लेकिन इन बातों को नजरअदांज कर माता-पिता उन्हें पढ़ाएं. बेटियों को समाज में बेटों से कम नहीं समझना चाहिए. हमारी इस सफलता में सरकार के द्वारा दिए गए 35 प्रतिशत आरक्षण काफी मददगार साबित हुआ. "-रजिया सुल्तान, पहली मुस्लिम महिला डीएसपी
इसे भी पढ़ेंः कौन हैं BPSC 64वीं परीक्षा के टॉप-3 सफल अभ्यर्थी... जानिए उनकी सफलता के पीछे की कहानी
27 साल की रजिया हैं सबसे छोटी
रजिया सुल्तान की उम्र 27 साल है. उनकी पढ़ाई झारखंड के बोकारो में हुई है. राजस्थान से उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. रजिया के पिता मो. असलम अंसारी का 2016 में निधन हो गया था. रजिया के पिता मो.असलम अंसारी बोकारो स्टील प्लांट में स्टेनोग्राफर के पद पर कार्यरत थे. वहीं उनकी अम्मी बोकारो में ही रहती है. सात भाई-बहनों में रजिया सबसे छोटी हैं.