गोपालगंज: नगर परिषद के सफाई कर्मी पिछले 7 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जिस वजह से शहर की हालत नरकीय हो गई है. शहर में चारों ओर कूड़े का अंबार लगा हुआ है. कूड़े के दुर्गंध से स्थानीय लोगों का जीना दूभर हो गया है.
'महामारी की आशंका से सहमें लोग'
पिछले 7 दिनों से जमा कूड़े के कारण शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर कूड़े का अंबार लग गया है. वहीं, आवारा पशु कचरे को बिखेर कर गंदगी को और बढ़ा रहे हैं. पिछले कई दिनों से कूड़े का उठाव नहीं किया गया है, जिस वजह से वो सड़ने लगा है. कूड़े की सड़न और दुर्गंध से बीमारियां फैलने की आशंका बढ़ गई है. स्थानीय लोगों के साथ-साथ लोग नाक को ढ़क कर आने-जाने को मजबूर हैं.
'पिछले 1 फरवरी से हड़ताल पर है सफाई कर्मी'
इस बाबत सफाई कर्मियों का कहना है कि नगर विकास विभाग ने पिछले 1 फरवरी को आदेश जारी कर दैनिक सफाई मजदूरों को काम से हटा दिया. जिस वजह से दैनिक सफाई मजदूर पिछले 7 दिनों से हड़ताल पर हैं. हड़ताली मजदूरों ने कहा कि अगर इस मामले का कोई ठोस निदान नहीं निकलता है, तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.
सफाई कर्मियों से जारी है वार्ता- चेयरमैन नगर परिषद
वहीं, इस मामले पर नगर परिषद के चेयरमैन ने कहा कि दैनिक मजदूर कर्मचारी महासंघ के आवाह्न पर गोपालगंज कटेया, बरौली, मीरगंज के करीब 400 कर्मचारी और सफाई कर्मी हड़ताल पर हैं. जिस वजह से शहर की सफाई व्यवस्था पर काफी असर पड़ा है. हड़ताल के कारण नगर परिषद और नगर पंचायत में करीब 110 टन कचरा एकत्रित हो गया है. फिलहाल सफाई कर्मियों से बातचीत जारी है.