गोपालगंज:बिहार विधानसभा चुनाव के महज कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं. ऐसे में सीटों को लेकर काफी गहमा गहमी देखी जा रही है. एक ओर गोपालगंज की सीट पर जदयू के प्रदेश महासचिव पूर्व विधायक मंजीत सिंह अपना दावा पेश कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह वर्तमान विधायक मिथलेश तिवारी सीटिंग एमएलए होने के कारण निश्चिंत हैं. ऐसे में बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में बैकुंठपुर विधानसभा सीट पर भी मुकाबला दमदार देखा जा सकता है.
गोपालगंज में सीटों को लेकर हो रही सियासत, JDU और BJP के नेता ठोक रहे अपनी दावेदारी - गोपालगंज समाचार
गोपालगंज के बैकुंठपुर विधानसभा सीट पर गहमा गहमी है. वर्तमान में जदयू भाजपा गठबंधन की सरकार है. लेकिन इस सीट पर दोनों पार्टी के नेता अपनी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. लोग यह जानने के लिए उत्साहित हैं कि आखिर यहां के सीट किसके खाते में जाएगी.
सीटों को लेकर तकरार
बैकुंठपुर विधानसभा सीट फिलहाल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खाते में हैं और यहां से बीजेपी के मिथिलेश तिवारी मौजूदा विधायक हैं. 2015 में इस सीट से बीजेपी ने जेडीयू को मात दी थी. वहीं, 2015 के चुनाव में बैकुंठपुर विधानसभा सीट से मिथिलेश तिवारी ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के उम्मीदवार मंजीत कुमार सिंह को शिकस्त दी थी. मिथिलेश तिवारी ने 56162 वोट हासिल किए थे. जबकि मंजीत कुमार सिंह को 42047 वोट मिले थे. पहली बार मे अपनी किस्मत आजमाने के बाद विधायक बने मिथलेश तिवारी ने क्षेत्र की जनता से कई वादे किए जिसका हिसाब जनता पांच साल बाद उनसे मांग रही है.
विधायक ने विकास को गिनाया
विधायक मिथलेश तिवारी से बातचीत के दौरान किये गए वादों को याद दिलाते हुए सवाल किया गया. जिस पर उन्होंने अपनी सफाई देते हुए कहा कि हमने चुनाव के समय जनता से जो भी वादा किये उसे हंड्रेड पर्सेंट पूरा किया. साथ ही क्षेत्र के विकास के लिए बहुत सारे काम केंद्र सरकार से करवाए हैं. राज्य सरकार से जितना काम करवाना था उससे अधिक करवा लिया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ काम बच गए हैं जो जल्द ही पूरा हो जायेगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बिना नाम लिए अपने प्रतिद्वंद्वी रहे मंजीत कुमार सिंह कि ओर ईसारा करते हुए कहा कि कुछ लोगो को काम तो करना नहीं है बस दिनभर बोलते रहते हैं. वहीं, कुछ लोग अपने समय में 5 करोड़ रुपये ले जाकर के बिजली विभाग के पोल पर टांग दिये और 85 हजार के ट्रांसफरमर सवा दो लाख में खरीदा. उसका 50 प्रतिशत कमीशन अपने जेब में रख लिया. उन्होंने कहा कि हमने आधा विद्यालय को विधायक फंड से बनाया है. लेकिन यह लोगों को दिख नहीं रहा है.