गोपालगंज में महावीरी आखाड़ा जुलूस गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में महावीरी आखाड़ा जुलूस निकाला गया. जय श्री राम के जयघोष, ढोल नगाड़े और हाथी घोड़ा के साथ भव्य जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों से अलग-अलग इलाकों का दर्जन भर महावीरी अखाड़ा जुलूस निकला. महावीर जी की प्रतिमा के साथ निकले इन अखाड़ों को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. अखाड़ों में शामिल युवक अपने हाथों में महावीरी झंडा और लाठी डंडे लेकर करतब दिखाते हुए नजर आए.
ये भी पढ़ें : Gopalganj News: महावीरी अखाड़ा जुलूस में नहीं बजेगा डीजे, ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी
18वीं सदी से निकाला जा रहा है जुलूस : महावीरी अखाड़ा जुलूस को लेकर विभिन्न जगहों पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी. ताकि, कहीं भी किसी तरह की कोई अनहोनी ना हो. दरअसल, महावीरी आखड़े का प्रचलन 18वीं सदी में शुरू हुआ था. महावीरी अखाड़ा में हनुमान जी की प्रतिमा के साथ गांव और टोलों में अलग-अलग तिथियों को जुलूस निकाला जाता है और पारंपरिक तरीके से लाठी और डंडे का करतब दिखाने की परंपरा है.
अनंत चतुर्दशी के दिन होगा अखाड़ा संपन्न : महावीरी जुलूस के दौरान हनुमान जी के साथ ही अन्य देवी-देवताओं को नगर भ्रमण कराया जाता है. इस दौरान मनमोहक झांकियां भी निकाली जाती है. प्रत्येक वर्ष इस धार्मिक मेला का आयोजन कर सामाजिक कुरीतियों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाता है. गोपालगंज में महावीरी अखाड़ा सावन की पूर्णिमा के दिन जिला मुख्यालय से शुरू होता है और अनंत चतुर्दशी के दिन इसका समापन होता है.
गोपालगंज में निकाला महावीरी अखाड़ा जुलूस ढोल-नगाड़े की थाप से उत्सवी हुआ माहौल : इस खास पल को लेकर लोगो में पूर्व से ही उत्साह और उमंग देखने को मिलता है. एक बार फिर गुरुवार को निकाली गई अखाड़ा जुलूस में ढोल-नगाड़ों की थाप पर लोग अपने को थिरकने से रोक नहीं सके. हालांकि नर्तकियों के नृत्य और डीजे पर रोक है. विधि व्यवस्था के चुस्त-दुरुस्त रहने से इस बार माहौल में पहले की तरह गर्मी नहीं देखी गयी. विभिन्न अखाड़ा समितियों के साथ पुलिस कर्मी भी साथ-साथ लगे रहे.
ड्रोन कैमरे से प्रशासन रख रही नजर : नगर के हर चौक-चौराहों पर भी पुलिस कर्मी तैनात रहे. इस दौरान महावीरी अखाड़ा में घुड़दौड़, ढोल-नगाड़े और युवकों के शौर्य प्रदर्शन के साथ उनके थिरकते पांव से माहौल उत्सवी बना रहा और अखाड़ों का निकलना भी जारी रहा. महावीरी अखाड़ा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर चिह्नित किए गए स्थानों पर पुलिस के साथ ही दंडाधिकारी तैनात रहे. अखाड़ा के जुलूस पर प्रशासन ड्रोन कैमरे से नजर बनाए हुए थी.