गोपालगंज:अखाड़ा जुलूस की परंपरा बीते 60 वर्षों से चली आ रही है. विख्यात अखाड़ा जुलूस के तहत करतबबाज हाथों में अस्त्र-शस्त्र लिए, हाथी-घोड़े, गाजा-बाजा लिए शहर के कई इलाकों से गुजरते हैं. ऐसे में शहर की रौनक देखते ही बनती है. गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी महावीरी अखाड़ा जुलूस निकाला गया.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट इस अखाड़े में शामिल कलाकारों ने मोहनिया चौक पहुंचकर अपने शौर्य का प्रदर्शन किया. इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय रहा. सभी एक स्वर में जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाते दिखाई दिए. महावीरी अखाड़े के सदस्य हाथों में झंडा लहराते नजर आए.
दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी
बता दें कि महावीरी अखाड़ा जुलूस शहर के कई क्षेत्रों से निकाल कर मोहनिया चौक पहुंचा, जहां सभी झांकियों का आपस में मिलान हुआ. शहर अलग-अलग इलाकों से करीब एक दर्जन महावीरी अखाड़ा का मिलान किया गया. गाजे-बाजे और हाथी-घोड़ों के साथ महावीरी अखाड़ा जुलूस जहां-जहां से गुजर वहां दर्शकों का जमावड़ा लग गया. अखाड़ा देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग उमड़े थे.
हाथों में झंडा लिए सड़क पर उतरे युवा झांकियां बनी आकर्षण का केंद्र
अखाड़े के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम भी किए गए थे. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी. वहीं, अखाड़ा जुलूस में महावीर जी के साथ विभिन्न कुरीतियों, सांस्कृतिक, धार्मिक, सामाजिक घटनाओं पर बनी झांकियां लोगों के आकर्षण का केंद्र रहीं. इस जुलूस में शामिल युवाओं ने लाठी, डंडा, तलवार, भाला आदि पारंपरिक हथियारों के साथ करतब दिखाकर लोगों में जोश भर दिया.
अखाड़े में शामिल रहा हाथी