गोपालगंज में महागठबंधन का धरना. गोपालगंजःबिहार के गोपालगंज जिले के सदर प्रखंड कार्यालय के पास महागठबंधन नेताओं ने गुरुवार को केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एक दिवसीय धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी ने जीतन राम मांझी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके जाने से महागठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. धरने में राजद, जदयू, माले और कांग्रेस के नेता उपस्थित रहे.
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जनता के विश्वास पर पानी फेरा: पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत महागठबंधन के नेताओं ने राज्यव्यापी धरना प्रदर्शन किया. कार्यक्रम के प्रभारी और पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी ने बताया कि बिहार के साथ देश की जनता ने विश्वास और आशा के साथ भाजपा की सरकार बनाई थी. मोदी सरकार ने सबके विश्वास पर पानी फेर दिया.
"उनका (जीतन राम मांझी) नाम भी लेना नहीं चाहता हूं. नीतीश कुमार ने उन्हें इतना बड़ा सम्मान दिया. मुख्यमंत्री बनाया, उनके बेटा को मंत्री बनाया. सिर्फ एक बात ही कहूंगा कि जिस शख्स को डूबने का शौक है उसमें दरिया, नदी और समुद्र का क्या कसूर. इतना तय है कि उनके जाने से महागठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है"- मुनेश्वर चौधरी, पूर्व मंत्री
केंद्र सरकार की नीतियां जनता विरोधीः राजद के जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आज पूरे बिहार में प्रखंड मुख्यालय कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. केंद्र सरकार की नीतियां जनता विरोधी है. जुमले बाजो की सरकार में गरीबों और आम लोगों की परेशानियां उत्पन्न हुई है. 9 साल में गैस के दाम, पेट्रोल के दाम बढ़ने के बावजूद अगर भाजपा इसे कम होने की बात करती है तो हम मानते हैं कि उनका यह 9 साल बेमिसाल है.
महंगाई से जनता त्रस्तः जदयू सांसद आलोक कुमार सुमन ने कहा कि भाजपा सरकार की 9 साल बेमिसाल एक जुमला है. मोदी शासन के 9 साल जनता की चरम तबाही-बर्बादी, लूट दमन और नफरत का भयावह दौर साबित हुआ. महंगाई की मार से जनता त्रस्त है. यह पहली ऐसी सरकार है जो खाद्य पदार्थों से लेकर पाठ्य पुस्तकों और सामग्रियों पर भी टैक्स लगा रही है. रसोई गैस की कीमत 1300 प्रति सिलेंडर पार कर गई. लोग एक बार फिर से गोइठा और लकड़ी के युग में लौटने को विवश हैं.