गोपालगंज:बिहार के नियोजित शिक्षकों को जल्द ही राज्यकर्मी का दर्जा मिल सकता है. इस बात की तस्दीक खुद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कही है. गोपालगंज में डायट सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे केके पाठक ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सभी शिक्षकों से बात की और कहा कि बीएड योग्यता वाले नियोजित शिक्षकों को घबराने की जरूरत नहीं है हम उनके साथ है.
बोले केके पाठक- 'जल्द नियोजित शिक्षक बनेंगे राज्यकर्मी': शिक्षकों को संबोधित करते हुए केके पाठक ने कहा कि आप लोगो कुछ ही दिनों में राज्यकर्मी हो जाएंगे. सरकार ने तो घोषणा की ही है और इसकी प्रक्रिया भी चल रही है. इस दौरान केके पाठक ने शिक्षकों से सवाल जवाब भी किया. उन्होंने पूछा कि आप सभी 9 बजे तक स्कूल आ जाते हैं और शाम पांच बजे तक रहते हैं ना.
"मिशन दक्ष के बारे में आप लोग जानते हैं. आप लोगों ने साढ़े तीन बजे के बाद जो पढ़ाना शुरू किया है, उससे आपकी प्रतिष्ठा और बढ़ेगी. गांव में आप महसूस कर रहे होंगे कि बच्चे और अभिभावक दोनों खुश हो रहेहैं."- केके पाठक, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग
मिशन दक्ष की सफलता से खुश दिखे केके पाठक: इस दौरान केके पाठक ने शिक्षकों से पूछा कि मिशन दक्ष के तहत बच्च पढ़ रहे हैं या नहीं? सभी शिक्षकों ने एक साथ कहा कि बच्चे पढ़ रहे हैं सर. इस दौरान केके पाठक ने कहा कि छपरा के एक स्कूल में मैंने देखा कि पांच बजे के बाद भी स्कूल में 250 बच्चे पढ़ रहे थे. मुझे खुशी है कि मिशन दक्ष को लेकर बच्चों और शिक्षकों सभी में उत्साह है.
'कोर्ट ऑर्डर से घबराना नहीं है'- केके पाठक: केके पाठक ने आगे कहा कि हम आपकी (नियोजित शिक्षक) मदद के लिए हमेशा तत्पर हैं. तरह-तरह के कोर्ट ऑर्डर जो आए हुए हैं उससे आपको घबराना नहीं है. बीएड को लेकर जो कक्षा 1 से 5 तक के लिए कोर्ट का ऑर्डर आया है, उसके लिए चिंता नहीं करना है. हम सरकार की ओर से अपील करने जा रहे हैं. सरकार आप सब के साथ है.
कितने नियोजित शिक्षक हैं और उनकी क्या मांग है?: बता दें कि छठे चरण में बहाल हुए 22 हजार से ज्यादा बीएड योग्यता धारी नियोजित शिक्षक हैं. पटना हाईकोर्ट ने प्राइमरी कक्षा 1 से 5 तक के लिए इन्हें अयोग्य ठहराया है. अब इनकी नौकरी पर खतर मंडरा रहा है. ऐसे में नियोजित शिक्षकों की सरकार से मांग है कि अध्यादेश या कोई कानून इनके लिए बनाया जाए. जिसके बाद सरकार द्वारा बहाल ये टीचर स्कूलों में बच्चों को पढ़ा सकें.