गोपालगंज: कोरोना वायरस के कहर से अपनी रोजी रोटी के तालाश में विभिन्न राज्यो में गए मजदूरों का पलायन शुरू है. वहीं, कई ऐसे मजदूर हैं जो यातायात के बंद हो जाने से पैदल ही अपने गांव लौटने रहे हैं. इन मजदूरों को गोपालगंज जिले के यूपी और बिहार के सीमा पर ही रोक कर जिला प्रशासन की ओर से शहर के कमला राय कॉलेज में रखा गया था.
गोपालगंज बेस कैंप से सैकड़ों मजदूर फरार, कई राज्यों से आये मजदूरों को बॉर्डर से किया गया था रिसीव - कई जगह जांच
मजदूरों का कहना है कि हम लोग कई दिनों से पैदल चल कर यहां तक आये हैं. कई जगह जांच भी की गई है. लेकिन हम लोगों को पकड़ कर यहां बंद कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि जब हमारी मंजिल नजदीक आ गई है तो फिर हमें यहां क्यों रोका गया है.
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बेस कैंप से सैकड़ों मजदूर फरार
मजदूरों को कॉलेज में रखने का उद्देश्य था कि यहां इन मजदूरों को खाना और चिकित्सकीय व्यवस्था दी जा सके. साथ ही इन मजदूरों को उनके गांव तक सुरक्षित छोड़ा जा सके. लेकिन मजदूर बिना खाना खाएं और जांच कराए ही अपने जिले के लिए फरार हो गए. मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी भी उनके सामने कुछ नहीं कर सके.
अधिकारियों न साधी चुप्पी
मजदूरों का कहना था कि हम लोग कई दिनों से पैदल चल कर यहां तक आये हैं. कई जगह जांच भी की गई है लेकिन हम लोगों को पकड़ कर यहां बंद कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि जब हमारी मंजिल नजदीक आ गई है तो फिर हमें यहां क्यों रोका गया है. इस सन्दर्भ में जब सदर एसडीओ उपेन्द्र पाल से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.